Edited By Anjna,Updated: 14 Jun, 2018 03:14 PM
भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर द्वारा गांव सूरघुरी में कश्मीर सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग रखी गई। इस मौके पर सरकार की मारू नीतियों कारण किसानों के हो रहे फसली नुक्सान का विरोध करते हुए गांव सूरघुरी के किसान टहिल सिंह के खेत में किसान...
जैतो (गुरमीत): भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर द्वारा गांव सूरघुरी में कश्मीर सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग रखी गई। इस मौके पर सरकार की मारू नीतियों कारण किसानों के हो रहे फसली नुक्सान का विरोध करते हुए गांव सूरघुरी के किसान टहिल सिंह के खेत में किसान जत्थेबंदियों द्वारा अगेती धान लगवाया गया। इस समय किसान नेताओं ने कहा कि अगेती धान लगाना किसानों का कोई शौक नहीं व कृषि विभाग के अधिकारियों अनुसार प्रतिदिन लेट के हिसाब से अगेती धान के उत्पादन पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
इसी कारण किसान अगेती धान लगाने के लिए मजबूर हैं। धान लेट आने कारण जहां किसान की गेहूं की बिजाई लेट होती है, वहां नमी के दिनों में धान की पराली को जलाने से पर्यावरण बहुत दूषित होता है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसानों को 10 घंटे निर्विघ्न बिजली सप्लाई दी जाए। वर्णनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा धरती निचले पानी के गिर रहे स्तर को आने वाली पीढिय़ों तक कुदरती स्त्रोत पर्यावरण, मिट्टी व पानी को बचाकर रखने के लिए 20 जून से पहले धान लगाने पर पाबंदी लगाई गई है।