Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Apr, 2018 04:15 PM
नहरबंदी के कारण शहर में पेयजल संकट गहरा गया है। पानी सप्लाई करने वाली त्रिवेणी इंजीनियरिंग कंपनी ने महानगर के घरों में होने वाली पानी की सप्लाई पर कट लगा दिया है, जिस कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पहले नहरबंदी 15 अप्रैल तक बताई...
बठिंडा(परमिंद्र): नहरबंदी के कारण शहर में पेयजल संकट गहरा गया है। पानी सप्लाई करने वाली त्रिवेणी इंजीनियरिंग कंपनी ने महानगर के घरों में होने वाली पानी की सप्लाई पर कट लगा दिया है, जिस कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पहले नहरबंदी 15 अप्रैल तक बताई जा रही थी, लेकिन अब नहरबंदी के बारे में किसी को कोई सूचना नहीं है। अधिकारी अंदाजे ही लगा रहे हैं।
शहर के मुख्य वाटर वक्र्स के टैंकों में 1-2 दिनों का ही पानी बचा है, जिस कारण आने वाले दिनों में पानी की समस्या और गंभीर हो सकती है। गौर रहे कि 1 अप्रैल से नहरबंदी की गई थी। शुरूआती दिनों में टैंकों में पर्याप्त मात्रा में पानी मौजूद था, लेकिन अब पानी बेहद कम हो गया है। इसी कारण अब घरों को होने वाली पानी की सप्लाई पर कट लगाना शुरू कर दिया गया है। शनिवार को कई इलाकों में पानी नहीं आया, जिसके कारण लोगों के घरों की टैंकियां भी नहीं भर सकीं।
इस कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अगर 2 दिनों में नहर में पानी नहीं आता तो पानी का संकट और गहरा हो सकता है। इस बारे में त्रिवेणी इंजीनियरिंग कंपनी के अधिकारी श्रीनिवास ने बताया कि नहरबंदी खुलने के बारे में पुख्ता सूचना नहीं है। इस कारण शहर में पानी की सप्लाई को कुछ कम किया गया है, ताकि आने वाले दिनों में कोई दिक्कत पेश न आए।