Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 03:19 PM
खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल तलवंडी साबो में गत दिन एक फकीर के नाम पर बनी समाधि के निर्माण के बाद नगर के कुछ लोगों द्वारा समाधि के निर्माण के खिलाफ आवाज उठाते उक्त समाधि को सिख सिद्धांतों के उल्ट करार देने के बाद आज सुबह कुछ सिख नौजवानों ने इसे तोड़...
तलवंडी साबो (मुनीश): खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल तलवंडी साबो में गत दिन एक फकीर के नाम पर बनी समाधि के निर्माण के बाद नगर के कुछ लोगों द्वारा समाधि के निर्माण के खिलाफ आवाज उठाते उक्त समाधि को सिख सिद्धांतों के उल्ट करार देने के बाद आज सुबह कुछ सिख नौजवानों ने इसे तोड़ दिया। यह मामला तख्त श्री दमदमा साहिब के सिंह साहिब के पास भी पहुंच चुका था।
गौर है कि गत दिन खालसा स्कूल के ग्राऊंड निकट कुछ लोगों द्वारा साई तेगड़ी शाह के नाम पर एक समाध का निर्माण यह कहकर कर दिया था कि साई तेगड़ी शाह की उक्त समाध करीब डेढ़ सौ वर्ष पुरानी है। समाध का विवाद उस समय गर्माया जब बकायदा उस पर शैड डालकर एक डेरा रूपी बना दिया गया और वहां एक बार दीवान भी लगाया गया। नगर के कुछ लोगों द्वारा स्कूली बच्चों पर इस समाध का बुरा प्रभाव पडऩे का हवाला देते हुए उक्त समाध को हटाने के लिए मुहिम शुरू की गई थी। गत दिन नगर के कुछ लोगों ने यह मामला तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के पास उठाया था क्योंकि शैक्षणिक संस्था खालसा के नाम पर बनी है इसलिए इसमें किसी समाध का होना सिख परंपराओं के उल्ट है।
इसी विवाद के चलते आज सुबह सर्बजीत सिंह नामक युवक के नेतृत्व में पहुंचे सिख नौजवानों ने उक्त समाधि को तोड़ दिया और वहां पर लगी मुस्लिम धार्मिक स्थानों की तस्वीरों को सत्कार सहित मस्जिद पहुंचा दिया। गतका एकैडमी चला रहे सिख नौजवान सर्बजीत सिंह ने बताया कि सिख सिद्धांतों की रक्षा के लिए उनके द्वारा उक्त समाधि तोड़ी गई है। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने समाधि तोडऩे को सही करार देते कहा कि अगर आज उक्त सिख नौजवान समाधि न तोड़ते तो आने वाली कल को शिरोमणि कमेटी के सिंहों द्वारा यह समाध तोड़ी जानी थी, जिसकी पूरी तैयारी हो चुकी थी। समाध तोडऩे के बाद पता चला है कि प्रसिद्ध धार्मिक संस्था गुरुद्वारा बुंगा मस्तूआना के मुख्य प्रबंधकों में एक बाबा काका सिंह के नेतृत्व में पहुंचे सिंहों ने बाकी रहते समाधि के हिस्से को तोड़ दिया।