Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 02:58 PM
2 माह से वेतन न मिलने व अन्य मुद्दों को लेकर वित्तमंत्री दफ्तर समक्ष धरना लगाने जा रहे हजारों अध्यापकों को पुलिस ने स्टेडियम के मुख्य गेट के नजदीक ही रोक लिया जिस कारण अध्यापकों ने वहीं पर धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया। अध्यापकों ने सरकार व...
बठिंडा (परमिंद्र): 2 माह से वेतन न मिलने व अन्य मुद्दों को लेकर वित्तमंत्री दफ्तर समक्ष धरना लगाने जा रहे हजारों अध्यापकों को पुलिस ने स्टेडियम के मुख्य गेट के नजदीक ही रोक लिया जिस कारण अध्यापकों ने वहीं पर धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया। अध्यापकों ने सरकार व वित्तमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
अध्यापक संगठनों के नेताओं जगसीर सहोता, परमजीत जीदा, हरजीत जीदा आदि ने कहा कि अध्यापकों को दिसम्बर माह से वेतन नहीं मिला जिस कारण उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं सरकार की ओर से अध्यापकों को दोबारा रैगुलर करने व उनके वेतन में 75 फीसदी कटौती की नीति बनाई गई है जो पूरी तरह शिक्षा व अध्यापक विरोधी है। इसके अलावा सरकार द्वारा बनाई गई तबादला नीति भी अध्यापकों के विरुद्ध है। उन्होने मांग की कि अध्यापकों का वेतन तुरंत जारी किया जाए व सभी प्रकार की शिक्षा व अध्यापक विरोधी नीतियों को रद्द किया जाए।