Edited By Vatika,Updated: 05 Jun, 2018 12:23 PM
गांव गोबिंदपुरा में अमरीकी नस्ल की डेयरी में गऊओं के कमरे में लगाया गया ए.सी. बंद होने के कारण 9 गऊओं की मौत हो गई जबकि 2 गऊएं अभी उपचाराधीन हैं।
बठिंडा(सुखविंद्र): गांव गोबिंदपुरा में अमरीकी नस्ल की डेयरी में गऊओं के कमरे में लगाया गया ए.सी. बंद होने के कारण 9 गऊओं की मौत हो गई जबकि 2 गऊएं अभी उपचाराधीन हैं।
जानकारी के अनुसार गुरजीत सिंह पप्पू पुत्र झक्खड़ सिंह निवासी गोबिंदपुरा ने अपनी डेयरी में 20 अमरीकी गऊएं रखी हुई थीं जिनका दूध वह बठिंडा शहर में बेचता था। इनमें 11 गऊएं 50 किलो तक दूध देती थीं व इन्हें दिन में 3 बार दूहा जाता था। डेयरी में गऊओं को गर्मी से बचाने के लिए ए.सी. व एग्जास्ट फैन आदि भी लगे हुए थे। गत रात्रि दूध दोहने के बाद गुरजीत सिंह व उसके मुलाजिमों ने गऊओं को रोजाना की तरह ए.सी. आदि लगाकर कमरे में बांध दिया। सोमवार सुबह जब वह लोग उठे तो देखा कि उक्त गऊओं में से 11 गऊएं नीचे गिरी हुई थीं व ए.सी. व एग्जास्ट फैन आदि बंद पड़े थे तुरंत वैटर्नरी डाक्टर को बुलाया गया जिसने 9 गऊओं को मृत करार दे दिया जबकि 2 का उपचार शुरू कर दिया।
इस संबंध में पशु पालन विभाग के डिप्टी डायरैक्टर डा. एस.डी. जिंदल ने बताया कि पशुओं के गोबर से अमोनिया गैस तैयार होती है जिसमें सांस लेने में दिक्कत हो जाती है। इस मामले में बिजली सप्लाई बंद होने से ए.सी. व एग्जास्ट आदि बंद हो गए। इस कारण गैस व गर्मी के कारण गऊओं का दम घुट गया होगा व उनकी मौत हो गई। गुरजीत सिंह ने बताया कि एक गऊ की कीमत 1.50 लाख से 1.75 लाख के करीब थी जिस कारण उसका करीब 15 लाख रुपए का नुक्सान हो गया है।