Edited By Vaneet,Updated: 03 Jan, 2019 12:13 PM
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा पंजाब कमेटी के निमंत्रण पर पंजाब में जिला हैडक्वार्टरों पर लीड बैंकों के दफ्तर समक्ष 5 दिवसीय दिन रात के धरने ल...
संगरूर(बेदी, हरजिन्दर): भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा पंजाब कमेटी के निमंत्रण पर पंजाब में जिला हैडक्वार्टरों पर लीड बैंकों के दफ्तर समक्ष 5 दिवसीय दिन रात के धरने लगाने शुरू कर दिए गए हैं इस कड़ी के तहत जिला संगरूर की लीड बैंक आगे 5 दिन और रात का धरना जिला प्रधान अमरीक सिंह गंढूआं के नेतृत्व में लगाया गया।
इस मौके प्रांतीय प्रधान जोगिन्द्र सिंह उगराहां विशेष तौर पर शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार पंजाब में किसानों के कर्ज माफी का ङ्क्षढढोरा पीट रही है परंतु किसानों को इस कर्ज माफी का कोई लाभ नहीं मिला है, जिसके चलते उन्हें सड़कों पर कर्ज माफी करवाने के लिए उतरना पड़ रहा है। कर्जे से पीड़ित किसानों की मुकम्मल कर्जा मुक्ति के लिए यह 5 दिन और रात का पक्का मोर्चा लगाया गया। नेताओं ने कहा कि सरकार की तरफ से 2 लाख रुपए की कर्जा माफी से किसानों को कोई फायदा नही हुआ परन्तु इसके उलट खाली चैकों के दुरुपयोग का सिलसिला लगातार जारी है। नेताओं ने मांग की कि कर्जा मोडऩे से असमर्थ किसानों के कर्जे पर लकीर मारी जाए। 5 एकड़ तक 2 लाख की फसलीय कर्जा माफी बिना शर्त सभी किसानों पर लागू की जाए। कर्जे के बदले जमीनों, घरो की कुॢकयां, निलामियां बंद की जाएं।
नेताओं ने मांग की कि गिरफ्तारियां, पुलिस की दखल सहित बैंक में डिफाल्टरों की लिमिटें/फोटो लगाने जैसे अत्याचारी हत्थकंडों पर पूर्ण पाबंदी लगाई जाए, मूलधन से अधिक मिश्रित ब्याज लेने पर पाबंदी सहित सूदखोरी लाइसैंस आवश्यक लेने वाला कानून बनाया जाए, कर्जों व आॢथक तंगी के कारण आत्महत्याओं का शिकार हुए मजदूरों के वारिसों को 10-10 लाख मुआवजा, 1-1 सरकारी नौकरी और समूचे कर्जे की राहत तुरंत दी जाए, डा. स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू की जाए, फसल की खरीद की गारंटी दी जाए, बेजमीने गरीब मजदूरों किसानों को आॢथक हालत मुताबिक अनाज, दालें सस्ते दिए जाएं, पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्ध दर्ज पर्चे रद्द किए जाएं, आवारा पशुओं का स्थायी हल किया जाए, कृषि के लिए दिन मेंं 8 घंटे निॢवघ्न बिजली सप्लाई दी जाए, मोटरों पर मीटर लगाने बंद किए जाएं।
इस मौके जिला सीनियर उप प्रधान और प्रांतीय नेता सोमा सिंह लौंगोवाल, जनक सिंह भुटाल, दरबारा सिंह, कृपाल सिंह, जगतार सिंह, बलवीर सिंह कौहरियां आदि उपस्थित थे। किसानों की तरफ से पक्के मोर्चे के साथ को-आप्रेेटिव बैंक के सामने भी प्रदर्शन किया जिसमें धर्मिद्र सिंह, बहादर सिंह, हरबंस सिंह, बलजिंद्र सिंह हथन, गुरङ्क्षबदर सिंह, रामसरन सिंह उगराहां, दर्शन सिंह सादीहरी,मनजीत सिंह घराचो आदि के अलावा और किसान शामिल हुए।