Edited By Vatika,Updated: 29 Oct, 2019 11:47 AM
अकाली दल टकसाली ने एक बार पुन: अध्यक्ष रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल-बादल (शिअद-ब) को चुनौती देने के लिए कमान संभाल ली है।
अमृतसर(ममता): अकाली दल टकसाली ने एक बार पुन: अध्यक्ष रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल-बादल (शिअद-ब) को चुनौती देने के लिए कमान संभाल ली है। आज लंबी बीमारी के बाद स्वस्थ होकर लौटे ब्रह्मपुरा ने प्रैस कॉन्फ्रैंस में हाल ही में हुए पंजाब विधानसभा के उपचुनाव में शिअद-ब और कांग्रेस की मजबूत सीटों पर हुई हार पर कहा कि पंजाब के लोग इन दोनों पार्टियों को नकार चुके हैं और अब उन्हें तीसरे विकल्प की तलाश है।
उन्होंने इसके साथ ही वर्ष 2022 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल टकसाली की तैयारी के भी संकेत दिए। प्रैस कॉन्फ्रैंस में सेवा सिंह सेखवां, डा. रत्न सिंह अजनाला, बीर दविन्द्र सिंह, मनमोहन सिंह सठियाला उपस्थित थे। ब्रह्मपुरा ने कहा कि दाखा सीट जोकि कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है वहां उसके उम्मीदवार की 16,000 वोटों से हार और जलालाबाद जोकि शिअद का गढ़ है, से अकाली दल की हार ने भविष्य के लिए इन दोनों पाॢटयों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
बीर दविन्द्र सिंह ने कहा कि अब पंजाबियों का पंजाब में किस पार्टी की सरकार आती इससे कोई लेना-देना नहीं। वे कनाडा में ट्रूडो सरकार की जीत का जश्न मना रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने बच्चों का भविष्य पंजाब की बजाय कनाडा में नजर आने लगा है।