Edited By Updated: 18 Oct, 2015 03:38 PM
फरीदकोट में श्री गुरु ग्रंथ साहब जी बेअदबी के बाद पंजाब में मचे कोहराम को रोकने के लिए श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने राज्य...
अमृतसरः फरीदकोट में श्री गुरु ग्रंथ साहब जी बेअदबी के बाद पंजाब में मचे कोहराम को रोकने के लिए श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने राज्य के हर गुरुघर की समितियों और ग्रंथियों को हिदायतें देते कहा है कि वह गुरुघरों में पूरी तरह सचेत हो कर पहरा दें, जिससे शरारती तत्वों पर काबू पाया जा सके।
उन्होंने कहा कि यदि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप किसी डेरे या संगत ने अपने घरों में सत्कार के साथ सुशोभित किए हैं तो वह श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सत्कार के लिए भी तत्पर रहें। यदि कोई लापरवाही करता है तो उस पर सख्ती के साथ एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार को भी हिदायत देते कहा कि जहां कहीं भी इस तरह की घटनाएं घटीं हैं।
उन स्थानों पर पुलिस प्रशासन इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले शरारती तत्वों के साथ सख्ती से निपटें,जिससे अमन शांति कायम की जा सके। ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि बेशक सिखों के बीच राजनीतिक या विचारक भिन्नताएं हो सकती हैं परन्तु श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सभी सिखों के इष्ट हैं। उनके सम्मान के लिए आपसी मतभेद भुला कर एकजुटता का संकल्प लेना चाहिए।
इस दुखदायी घटना पर राजनीतिक लोग राजनीति न करें बल्कि इससे पर उठ कर आरोपियों को परड़वाने में प्रशासन को सहयोग दें। हर गांव, मुहल्ले के गुरुद्वारा साहिब में 24 घंटें के पहरे को यकीनी बनाया जाए।
हर नगर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार और प्रचार समिति कायम करके जो श्री अकाल तख़्त साहब को समर्पित हो, उसकी जानकारी सचिवालय श्री अकाल तख्त साहिब में भेजी जाए। इस नाज़ुक समय में हर सिख जो वाणी पढ़ सकता है वह श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हुई बेअदबी के पश्चाताप के तौर पर और पंजाब की अमन शांति के लिए 5 जपजी साहिब के पाठ करके अरदास करे।