Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 12:16 PM
संगत मंडी में बने वाटर वर्क्स के टैंक में हजारों मछलियों के मरने के कारण जहां बदबू फैल गई है, वहीं टैंक का पानी भी खराब हो गया। बदबू के कारण टैंक के निकट रहते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। संगत मंडी में बने वाटर वर्क्स के टैंक में हजारों मछलियों...
संगत मंडी (मनजीत): संगत मंडी में बने वाटर वर्क्स के टैंक में हजारों मछलियों के मरने के कारण जहां बदबू फैल गई है, वहीं टैंक का पानी भी खराब हो गया। बदबू के कारण टैंक के निकट रहते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
जानकारी के अनुसार रात के समय वाटर वक्र्स को टैंक को भरना था, टैंक में पानी पडऩे के बाद ही मछलियां लगातार मरकर पानी पर तैरने लगीं। सुबह तक मछलियों की गिनती हजारों में हो गई। मछलियों की बदबू के कारण आसपास के घरों के लोगों का जीना मुश्किल हो गया। वाटर वर्क्स कर्मचारियों द्वारा मरी मछलियों को गड्ढा खोदकर उसमें दबाया जा रहा है।
गांववासियों ने शक जाहिर किया है कि इतनी बड़ी गिनती में मछलियां मरने का कारण पानी में कोई जहरीली वस्तु का मिल जाना है। मंडी के समाज सेवी बलबीर बीरा द्वारा सिविल अस्पताल संगत के वरिष्ठ मैडीकल अफसर डा. सर्बजीत सिंह को दख्र्वास्त लिखकर मांग की गई है कि टैंक में पानी की जांच की जाए।
क्या कहते हैं सीवरेज बोर्ड के जे.ई.
जब इस संबंधी सीवरेज बोर्ड के जे.ई. मनिंद्र सिंह से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि रात को वाटर वक्र्स के टैंक में पानी भरना था। उनको मछलियां मरने का पता सुबह चला परंतु मछलियों के मरने की वजह का पता नहीं चल रहा। जब उनसे पानी मंडी वासियों के घरों में सप्लाई करने बारे पूछा तो उन्होंने कहा कि पानी का सैंपल भरकर चैक करवाने के लिए भेज दिया गया है।