Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jul, 2017 11:18 PM
रुपए, डॉलर, यूरो, पाऊंड जैसी करंसियों से तो आप वाकिफ हैं लेकिन अब.....
जालंधर(धवन): रुपए, डॉलर, यूरो, पाऊंड जैसी करंसियों से तो आप वाकिफ हैं लेकिन अब एक नई मुद्रा परवान चढ़ रही है और यह है बिटकॉइन। कहने को तो बिटकॉइन एक आभासी यानी वर्चुअल करंसी है लेकिन इसकी कीमत पिछले 8 साल में साढ़े 4 लाख गुणा बढ़ी है।
इसका कारोबार तेजी से बढ़ रहा है लेकिन भारत सरकार वर्चुअल करंसी को लेकर अभी तक कोई राय नहीं बना पाई। लेकिन इससे जुड़े आंकड़े चौंकाने वाले हैं। साल 2009 में बिटकॉइन 36 पैसे का था, जो 2013 में 12000 रुपए का हो गया। वहीं पिछले 2 सालों में इसका भाव बढ़ता गया और इसकी वर्तमान कीमत (मई) 1 लाख 62 हजार हो गई है। चूंकि बिटकॉइन पर सरकारी नियंत्रण या सरकार की कोई गारंटी नहीं है, इसलिए इस पर पाबंदी की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (रिट पटीशन सिविल संख्या 406/2017) आर्टिकल 32 के अधीन केन्द्र सरकार, गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय तथा आर.बी.आई. के विरुद्ध दायर की गई है।
इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने रिजर्व बैंक से कहा है कि 4 हफ्ते के भीतर बिटकॉइन पर सरकार अपना रुख स्पष्ट करे, वहीं इसी महीने सरकार की बनाई एक कमेटी की रिपोर्ट भी इस मुद्रा को लेकर आ सकती है। उल्लेखनीय है कि आज दुनिया भर में 2.5 करोड़ से अधिक बिटकॉइन सर्कुलेशन में है। 13 मई 2017 को साइबर अटैक के बाद इसी वर्चुअल करंसी की मांग की गई थी।