Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 08:32 AM
मलोट उप-मंडल के गांव सरावा बोदला निवासी एक पुलिस हवालदार की कल हरियाणा में एक ट्रक के नीचे आने के कारण मौत होने के उपरांत उसके परिजनों ने मृतक के शव को दिल्ली-अबोहर राष्ट्रीय राज मार्ग पर रख कर जाम लगा दिया।
मलोट (जुनेजा): मलोट उप-मंडल के गांव सरावा बोदला निवासी एक पुलिस हवालदार की कल हरियाणा में एक ट्रक के नीचे आने के कारण मौत होने के उपरांत उसके परिजनों ने मृतक के शव को दिल्ली-अबोहर राष्ट्रीय राज मार्ग पर रख कर जाम लगा दिया। मृतक के बेटे खुशदीप सिंह ने कहा कि पुलिस ने उसके पिता के विरुद्ध दर्ज मामले की आड़ में उसके सारे परिवार व रिश्तेदारों को नाजायज हिरासत में रख कर जलील किया। खुशदीप का कहना है कि पुलिस अधिकारियों द्वारा जलील करने पर उसके पिता ने जीवन लीली समाप्त कर ली है।
क्या है मामला
मृतक सुरजीत सिंह फाजिल्का जिले की मंडी अरनीवाला शेख सुभान के थाने में मुंशी था और उसके गांव से संबंधित मेजर सिंह सब-इंस्पैक्टर व 2 अन्य अपरिचित व्यक्तियों के विरुद्ध 12 मार्च 2017 को फाजिल्का जिले के पुलिस मालखाने में रखे नशे को खुर्द-बुर्द करने के कथित आरोपों के तहत 1 अप्रैल 2017 को फाजिल्का सिटी में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में सुरजीत सिंह ने स्वयं सरैंडर कर दिया था जबकि बाद में उसको जमानत मिल गई थी। दूसरे दोषी सब-इंस्पैक्टर मेजर सिंह की अभी कुछ समय पूर्व हुई गिरफ्तारी के बाद पुलिस सुरजीत सिंह से नए सिरे से पूछ-ताछ करना चाहती थी।
इस मामले श्री मुक्तसर साहिब के एस.एस.पी. सुशील कुमार ने कहा कि सुरजीत सिंह के खिलाफ गंभीर आरोपों के तहत फाजिल्का में केस दर्ज था और इस मामले में दूसरे मुख्य दोषी सब-इंस्पैक्टर मेजर सिंह की पिछले सप्ताह गिरफ्तार करने के बाद उस द्वारा मालखाने में नशा खुर्द-बुर्द करनेके मामले में सुरजीत सिंह की मुख्य भूमिका का खुलासा किया जा रहा है जिस कारण पुलिस सुरजीत सिंह को जांच के लिए बुलाना चाहती थी। अब कल उसकी जमना नगर (हरियाणा) में हादसे में मौत हो गई जिसका पोस्टमार्टम भी हो गया और परिवार पुलिस पर बिना कारण दबाव बनाना चाहता है।