Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Sep, 2017 08:05 AM
स्वाइन फ्लू जालंधर में दस्तक दे चुका है और 13 ऐसे मरीज सामने आए हैं जिनके स्वाइन फ्लू के टैस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं।
जालंधर (स.ह.): स्वाइन फ्लू जालंधर में दस्तक दे चुका है और 13 ऐसे मरीज सामने आए हैं जिनके स्वाइन फ्लू के टैस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। इतना ही नहीं 3 लोग तो मौत का ग्रास भी बन चुके हैं। स्वाइन फ्लू को लेकर लोगों में दहशत बरकरार है। सिविल अस्पताल व अन्य प्राइवेट अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीज चैकअप करवाने के लिए आ रहे हैं। डाक्टरों के मुताबिक यदि किसी मरीज में सांस फूलना, बार-बार खांसी आना, बुखार अधिक आना, गला खराब रहना, बलगम से खून निकलना, बी.पी. कम होना जैसे लक्ष्ण पाए जाएं तो वह तुरंत डाक्टर को मिले क्योंकि स्वाइन फ्लू का उपचार सही समय पर होने पर मरीज की जान बच सकती है।
डाक्टरों का कहना है कि मरीज के टैस्ट के बाद यदि उसमें स्वाइन फ्लू के लक्ष्ण पाए जाते हैं तो उसे तुरंत अस्पताल में तैयार स्पैशल वार्ड में उपचार के लिए रखा जाता है। सरकार की तरफ से मरीजों को दवाइयां बिल्कुल मुफ्त दी जाती हैं। स्वाइन फ्लू वाले मरीज मुंह ढक कर खांसी करें और लोगों से हाथ न मिलाएं। जिस घर के सदस्य को स्वाइन फ्लू होता है तो बाकी परिवार के सदस्य भी तुरंत अपना टैस्ट करवाए। अधिकतर मामले यह सामने आते हैं कि गरीब वर्ग के किसी सदस्य को यह बीमारी हो तो वह विशेषज्ञ डाक्टर के पास जाने की बजाय झोलाछाप डाक्टर से उपचार करवाता है जिस कारण मरीज की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जाती है और बाद में वह मौत का शिकार हो जाता है।