Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 12:15 PM
हलके के गांव पत्तों हीरा सिंह में जहां आज बारिश से एक पुराने मकान की छत गिरने से सारा परिवार मौत के मुंह में चला गया, वहीं निहाल सिंह वाला में सब-डिवीजन मैजिस्ट्रेट दफ्तर के नजदीक असुरक्षित इमारत में चल रहा ब्लॉक स्तर का सी.डी.पी.ओ. दफ्तर अपनी...
निहाल सिंह वाला/बिलासपुर (बावा): हलके के गांव पत्तों हीरा सिंह में जहां आज बारिश से एक पुराने मकान की छत गिरने से सारा परिवार मौत के मुंह में चला गया, वहीं निहाल सिंह वाला में सब-डिवीजन मैजिस्ट्रेट दफ्तर के नजदीक असुरक्षित इमारत में चल रहा ब्लॉक स्तर का सी.डी.पी.ओ. दफ्तर अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। दीवारों में पड़ चुकी हैं दरारें व कुंडी कनैक्शन से होती है बिजली सप्लाई सी.डी.पी.ओ. दफ्तर किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकता है, क्योंकि यहां मुलाजिमों के अलावा पूरे ब्लॉक के लोग रोजाना काम करवाने के लिए आते हैं। पत्रकारों की टीम ने सी.डी.पी.ओ. दफ्तर का निरीक्षण किया तो पाया कि दफ्तर की दीवार में दरारें आ चुकी थीं। वहीं यह दफ्तर बिजली सप्लाई की सहूलियत से वंचित है। दफ्तर में कुंडी कनैक्शन से बिजली का प्रबंध किया गया था, लेकिन पावर कॉम के अधिकारियों द्वारा छापा मार कर यहां लगाई गई तार को जहां अपने कब्जे में ले लिया गया, वहीं 35,117 रुपए का जुर्माना भी किया गया।
सप्ताह में एक बार आते हैं सी.डी.पी.ओ. अधिकारी
सी.डी.पी.ओ. का पद यहां खाली होने के कारण कोटकपूरा से सी.डी.पी.ओ. सुखबीर कौर को यहां का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है, जो कि सप्ताह में एक दिन आते हैं। इस दफ्तर के अंतर्गत 39 गांवों के 159 आंगनबाड़ी सैंटर आते हैं, जिनका कीमती रिकार्ड संभालने के लिए विभाग के पास फर्नीचर नहीं है। 38 गांवों के लोग रोजाना इस दफ्तर के अपनी पैंशनों की जानकारी या कामकाज के लिए चक्कर लगाते हैं, लेकिन दफ्तर में बिजली का प्रबंध तक नहीं है, जिसके कारण उनको भीषण गर्मी में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कहने को तो यह दफ्तर चिल्ड्रन डिवैल्पमैंट प्रोजैक्ट दफ्तर है, लेकिन इस दफ्तर में कभी भी विकास की जगह विनाश हो सकता है।