Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Dec, 2017 12:37 PM
लोगों की मदद के लिए बनाए गए सुविधा केंद्रों द्वारा कब कैसी दुविधा उत्पन्न कर दी जाए कुछ कहा नहीं जा सकता, जिसे दूर करने के लिए लोगों के पसीने छूट जाते हैं। इस बार एक अचंभित करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक अविवाहित महिला से पैंशन लगाने के नाम...
अबोहर(भारद्वाज/रहेजा): लोगों की मदद के लिए बनाए गए सुविधा केंद्रों द्वारा कब कैसी दुविधा उत्पन्न कर दी जाए कुछ कहा नहीं जा सकता, जिसे दूर करने के लिए लोगों के पसीने छूट जाते हैं। इस बार एक अचंभित करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक अविवाहित महिला से पैंशन लगाने के नाम पर सुविधा केंद्र की ओर से उसके पति का मृत्यु प्रमाणपत्र मांग लिया गया है।
अब बेचारी महिला परेशान है कि वह मृत्यु प्रमाणपत्र कहां से लाए। जब यह मामला उपमंडल अधिकारी पूनम सिंह के पास पहुंचा तो उन्होंने कहा कि इस समस्या का तुरंत हल करवाया जाएगा और संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।यह जानकारी देते हुए समाज सेवक राजेश गुप्ता ने बताया कि पैंशन फार्म पर अलग से कॉलम दिया गया है जिसमें बताया गया है कि 58 वर्ष से पहले अगर कोई महिला विधवा है या अविवाहित है तो उसे सरकार द्वारा पैंशन दी जाएगी। 58 वर्ष के बाद बुढ़ापा पैंशन लगाई जाती है। लेकिन प्रार्थी राज रानी पुत्री नारायण दास वासी वार्ड नंबर 26, गली नंबर 1बी मौजूदा समय में 56 वर्ष की है। इसलिए उनका बुढ़ापा पैंशन फार्म नहीं भरा जा सकता। इसी कारण राज रानी ने अविवाहित निराश्रित पैंशन के लिए फार्म भरा था। परंतु सुविधा सैंटर के कर्मचारियों द्वारा राज रानी से उसके पति का मृत्यु प्रमाणपत्र मांग करना हैरानीजनक है। जब राज रानी अविवाहित है तो उसका पति कहां से आएगा। उन्होंने प्रशासन से सुविधा सैंटर के कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के बाद नियुक्त करने की मांग की है।
क्या कहना है एस.डी.एम. का
इस बारे में बातचीत करने पर उपमंडल अधिकारी पूनम सिंह ने कहा कि वह संबंधित कर्मचारियों को बुलाकर आवश्यक कार्रवाई करेंगी और महिला की समस्या को पहल के आधार पर हल करवाया जाएगा।