Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Oct, 2017 08:28 AM
मोगा के न्यू टाऊन गली नं.-2 में स्थित आर्य मॉडल स्कूल की मैनेजमैंट की धक्केशाही व स्कूल अध्यापकों से तंग आकर.............
मोगा (आजाद): मोगा के न्यू टाऊन गली नं.-2 में स्थित आर्य मॉडल स्कूल की मैनेजमैंट की धक्केशाही व स्कूल अध्यापकों से तंग आकर प्रेम नगर मोगा निवासी अभिभावक राजीव कुमार द्वारा अपनी दुकान पर कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किए जाने का मामला सामने आया है, जिसे गंभीर हालत में उसके परिजनों द्वारा दत्त रोड मोगा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
राजीव कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह पेरैंट्स एसो. का सदस्य है।
उसका बेटा तथा बेटी आर्य मॉडल स्कूल में पढ़ते थे। उसने एसो. की तरफ से स्कूल की मनमानियों के खिलाफ कमिश्नर फिरोजपुर डिवीजन को शिकायत पत्र देकर कहा था कि स्कूल प्रबंधकों की मनमानियों के कारण बढ़ाई गई फीस वसूली जा रही है। उक्त मामले की जांच माननीय डिवीजनल कमिश्नर द्वारा करवाई जा रही है। स्कूल प्रशासन को डर था कि वह उक्त मामले में फंस सकते हैं क्योंकि इससे पहले 21 जून तथा 27 जुलाई के मध्य भी जिला शिक्षा अधिकारी परगट सिंह बराड़ द्वारा भी जांच की गई थी, जो स्कूली बच्चों के पक्ष में थी।
अब स्कूल प्रशासन मुझ पर तथा मेरे साथियों पर दबाव डाल रहा था कि उक्त शिकायतें वापस लें। इन्हीं शिकायतों को लेकर स्कूल प्रशासन मुझे तथा मेरे साथी सदस्य बिक्रमजीत सिंह निवासी पुराना मोगा जिसके बच्चे भी उक्त स्कूल में पढ़ते थे, को परेशान करने लगे और हमारे खिलाफ झूठी शिकायत थाना सिटी साऊथ में दर्ज करवाई गई।
उसने यह भी आरोप लगाया कि मुझे तथा मेरे साथी को पुलिस ने पकड़ा और कथित तौर पर मारपीट कर दबाव डाला और जबरदस्ती कई कागजों पर हस्ताक्षर करवाए, जिसमें लिखा था कि हम उक्त केस वापस ले रहे हैं और बच्चों को अपनी मर्जी से स्कूल से हटा रहे हैं, जिस पर मैं मानसिक तौर पर परेशान था। मैंने आखिरकार तंग आकर आत्महत्या करने का निर्णय लिया क्योंकि मुझे तथा मेरे साथी को तंग करने पर अपने बच्चों को भी स्कूल से हटाना पड़ा।
आत्महत्या के प्रयास से पहले की वीडियो जारी
राजीव कुमार द्वारा कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या का प्रयास करने से पहले रोते हुए सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो तथा उसके खिलाफ हुई धक्केशाही के संबंध में 2 पन्नों का पत्र भी जारी किया गया। उक्त वीडियो में उसने रोते हुए कहा कि उस पर आरोप लगाया जा रहा था कि वह स्कूल की मैडमों तथा लड़कियों को छेड़ता है। उसने कहा कि यदि स्कूल प्रशासन कानूनी लड़ाई नहीं लड़ सकता, तो मेरे खिलाफ झूठे आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं, इसमें मेरा क्या कसूर है। मुझ से गलत तरीके से जबरन कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए। डी.ई.ओ. की रिपोर्ट में स्कूल गलत था, जिस कारण मैं मौत को गले लगा रहा हूं।
क्या कहना है थाना प्रभारी का
जब इस संबंध में थाना सिटी साऊथ मोगा के प्रभारी इंस्पैक्टर लवदीप सिंह गिल से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि आर्य मॉडल स्कूल प्रबंधकों, स्कूल प्रिंसीपल व अध्यापिकाओं द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक को राजीव कुमार तथा अन्य के खिलाफ शिकायत पत्र दिया गया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि राजीव कुमार स्कूल अध्यापिकाओं तथा लड़कियों को परेशान करता है और उनका पीछा भी करता है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हमने उक्त मामले की जांच की और राजीव तथा उसके साथी को पूछताछ हेतु बुलाया। उन्होंने कहा कि राजीव कुमार व उसके साथी द्वारा पुलिस पर जो मारपीट करने के आरोप लगाए जा रहे हैं, वे झूठे तथा बेबुनियाद हैं।
क्या कहना है डी.एस.पी. सिटी का
इस संबंध में डी.एस.पी. (सिटी) गोबिन्द्र सिंह ने कहा कि उक्त सारा मामला उनके ध्यान में है। थाना सिटी मोगा की पुलिस राजीव कुमार के बयान दर्ज करने के लिए अस्पताल में गई थी लेकिन डाक्टर द्वारा उसे बयान न देने के योग्य करार देने पर उसके बयान दर्ज नहीं हो सके। उनके बयान दर्ज करने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी पुलिस कर्मचारी ने किसी किस्म की भी धक्केशाही की है तो जांच के बाद दोष सिद्ध होने पर सख्त कार्रवाई होगी और पीड़ितों को पूरा इंसाफ मिलेगा।