Edited By Updated: 23 Mar, 2017 01:15 PM
शाही शहर पटियाला के नजदीकी गांव रखड़ा में 1986 में सुरजीत सिंह बरनाला की अकाली सरकार में कृषि मंत्री रहे कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की
पटियाला/रखड़ा (राणा): शाही शहर पटियाला के नजदीकी गांव रखड़ा में 1986 में सुरजीत सिंह बरनाला की अकाली सरकार में कृषि मंत्री रहे कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की अगुवाई में सैंकड़ों नौजवानों को नौकरियां देने के लिए दि पटियाला को-आपे्रटिव शूगर मिल लिमिटेड 66 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित की गई थी जिससे इलाके के लोगों को रोजगार का एक बड़ा साधन मिला था लेकिन यहां गन्ना लगाने वाले किसानों का करोड़ों रुपए का बकाया अदा न कर सकने के कारण 2004 में इसको ताला जड़ दिया गया। अपना बकाया लेने के लिए किसानों ने धरने लगा कर सरकार से तो अपनी अदायगियां निकलवा लीं परंतु इलाके के किसानों को इस शूगर मिल के बंद होने से भारी नुक्सान पहुंचा है।
पूर्व मुलाजिमों का समूचा वफद जल्द मिलेगा मुख्यमंत्री से
मुलाजिमों का नेतृत्व करने वाले प्रधान सुरजीत सिंह ने कहा कि जल्द ही शूगर मिल को फिर से चालू करवाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से पूर्व मुलाजिमों का समूचा वफद मिलेगा जिससे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के जद्दी जिले की बड़ी शूगर मिल फिर से चालू हो सके, जिसके साथ समूचे नौजवानों को रोजगार मिलेगा।
2011 में ले चुके हैं अपना बनता मुआवजा
अकाली-भाजपा सरकार के समय जब इस मिल के चलने की उम्मीदों पर पानी फिर गया तो दुखी हुए मुलाजिमों ने माननीय हाईकोर्ट में केस डाल कर जो अपनी तनख्वाहें और भत्ते बकाया रहते थे, उनको लेने के लिए संघर्ष शुरू किया। कोर्ट ने मुलाजिमों के हक में फैसला देते हुए समय की सरकार को तुरंत मुलाजिमों का बनता बकाया जारी करने की हिदायत दी। आज भी कुछ मुलाजिम ऐसे हैं जिन्होंने बकाया हासिल नहीं किया और अब भी इस मिल को चालू करने के लिए माननीय हाईकोर्ट में प्रयास कर रहे हैं।