Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 12:04 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से सिक्किम स्थित गुरु नानक देव से संबंधित ऐतिहासिक गुरुद्वारा गुरु डांगमार और
अमृतसर (दीपक, ममता): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से सिक्किम स्थित गुरु नानक देव से संबंधित ऐतिहासिक गुरुद्वारा गुरु डांगमार और चूंगथांग का अस्तित्व बरकरार रखने के लिए हरसंभव यत्न किए जाएंगे। यह बात शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर ने जारी एक बयान में कही।
उन्होंने कहा कि इन स्थानों की ऐतिहासिक महत्ता का प्रचार करने के लिए एक समिति गठित कर दी गई है जिसमें डा. किरपाल सिंह चंडीगढ़, डा. बलवंत सिंह ढिल्लों अमृतसर, डा. परमवीर सिंह पटियाला और डा. दलविन्दर सिंह लुधियाना को शामिल किया गया है। इस कमेटी को डा. चमकौर सिंह को-आर्डीनेट करेंगे। प्रो. बडूंगर ने कहा कि सिक्किम स्थित इन गुरुधामों की देखरेख के लिए शिरोमणि कमेटी की तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और इस कार्य के लिए वहां की सरकार व केंद्र सरकार तक भी पहुंच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि गुरुद्वारों की स्थिति का जायजा लेने के लिए शिरोमणि कमेटी सदस्य भाई रजिन्दर सिंह मेहता, भगवंत सिंह स्यालका, कर्नल डा. दलविन्दर सिंह और बलविन्दर सिंह जौड़ासिंघा को पिछले दिनों भेजा गया था जिन्होंने अपनी रिपोर्ट दे दी है।प्रो. बडूंगर ने बताया कि शिरोमणि समिति की तरफ से भेजे गए शिष्टमंडल ने गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा सिलीगुड़ी की प्रबंधक समिति के प्रधान गुरचरन सिंह मुक्का, उप-प्रधान प्यारा सिंह, सचिव दलविन्दर सिंह और भुपिन्दर सिंह बर्मी के साथ भी बातचीत की है।