Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Feb, 2018 03:57 PM
दिव्य ज्योति संस्थान में आज एक नया मामला सामने आया है जिस अनुसार वहां 10 साल से सेवा निभा रहे सेवादार हरदीप सिंह पुत्र चरनजीत सिंह निवासी तरनतारन भेदभरी हालत में घायल हो गया जिसे सिविल अस्पताल जालंधर लाया गया।
जालंधर (शोरी): दिव्य ज्योति संस्थान में आज एक नया मामला सामने आया है जिस अनुसार वहां 10 साल से सेवा निभा रहे सेवादार हरदीप सिंह पुत्र चरनजीत सिंह निवासी तरनतारन भेदभरी हालत में घायल हो गया जिसे सिविल अस्पताल जालंधर लाया गया। डाक्टरों अनुसार उसके गले पर तेजधार हथियारों के निशान हैं। लेकिन वे खतरे से बाहर है। वहीं सुनने में आया है कि सेवादार नशे का आदि है। फिलहाल पंजाब केसरी इसकी पुष्टि नहीं करता। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें दिव्य ज्योति संस्थान अपने धर्मगुरु आशुतोष महाराज को लेकर अकसर सुर्खियों में रहा है। धर्मगुरु के मरने के बाद उनके शिष्यों ने अंतिम संस्कार के बजाय शव को संरक्षित कर के रखा हुआ है। शिष्यों का कहना है कि उन्हें मार्गदर्शन देने के लिए वो पुनः जिंदा हो जाएंगे।
आशुतोष महाराज को चिकित्सकों ने 29 जनवरी को मृत घोषित कर दिया था। इसके एक सप्ताह बाद पंजाब के जालंधर शहर में स्थित धार्मिक केंद्र में उनके कमरे में ही शव को फ्रीजर में रख दिया गया। महाराज दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के मुखिया थे। इस धार्मिक शाखा का दावा है कि उसके दुनिया भर में 3 करोड़ अनुयायी हैं।