Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 09:48 AM
25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा सिरसा के मुखी संत गुरमीत सिंह से संबंधित केस को लेकर पंजाब में तनाव का माहौल है।
भटिंडा/मानसा (बलबिंद्र/मित्तल): 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा सिरसा के मुखी संत गुरमीत सिंह से संबंधित केस को लेकर पंजाब में तनाव का माहौल है। आम लोगों की धारणा है कि 25 अगस्त को कफ्र्यू भी लग सकता है। उक्त संभावना सदका ही केंद्र सरकार व राज्य सरकारों ने सुरक्षा प्रबंध कड़े करने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके कारण राज्य के विभिन्न शहरों में नाकाबंदी हो चुकी है। जत्थेदार (सरबत खालसा) संत बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि किसी साध्वी का शारीरिक शोषण हुआ, जिसका डेरा मुखी पर आरोप है। इसमें सिख धर्म या सिख संगत का कहीं भी उल्लेख नहीं आता व न ही सिखों का इस केस से कोई संबंध है। फिर भी इस मामले को सिखों व डेरा प्रेमियों का मामला बनाया जा रहा है। सरकार सिख कौम को बदनाम करना चाहती है।
सिख संगत का इस केस से कोई भी संबंध नहीं है: एस.एस.पी.
एस.एस.पी. नवीन सिंगला ने कहा कि आम लोगों को डरने की जरूरत नहीं। कफ्र्यू वाली कोई बात नहीं है। सुरक्षा प्रबंध सिर्फ बचाव के लिए किए गए हैं। ताकि कोई शरारती तत्व शांति भंग न कर सके। डेरा मुखी के केस का सिख संगत से कोई संबंध नहीं है।