Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 12:19 AM
पंजाब भर में जमीन को खरीदने और बेचने के समय कथित तौर पर कागज पत्रों में होती जालसाज को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य भर ....
मोगा(ग्रोवर): पंजाब भर में जमीनों की खरीद तथा ब्रिकी समय कथित तौर पर कागजों पत्रों में होती जालसाजी को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य भर में जमीनों की रजिस्ट्री का काम ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। चाहे पूरे पंजाब में ऑनलाइन रजिस्ट्रियां 15 नवम्बर से हर हाल में शुरू करने की प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाइयां चल रही हैं लेकिन इसकी सबसे पहले शुरूआत 10 नवम्बर को मोगा में की जा रही है।
जिले के डिप्टी कमिश्नर दिलराज सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इसके लिए नैशनल जैनरिक डाक्यूमैंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एन.जी.डी.आर.एस.) विशेष साफ्टवेयर तैयार किया गया है। जानकारी में यह भी पता चला है कि इसके अलावा प्रारंभिक पड़ाव में आदमपुर (जालंधर), उप तहसील से भी यह प्रोजैक्ट शुरू किया जा रहा है। रजिस्ट्री के लिए पहले ऑनलाइन अग्रिम समय अप्वाइंटमैंट लेनी जरूरी होगी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बहुत आसान ढंग होगा। विभाग की वैबसाइट पर रजिस्ट्री के नमूने (फॉर्मैट) में जमीन खरीदने, बेचने वाले के अलावा बेची जा रही जमीन का सारा विवरण दर्ज होगा। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन के काम में पारदॢशता लाने के लिए यह एक नया प्रोजैक्ट है तथा इससे जालसाजी पर पूरी तरह नकेल कसेगी।
शुरू में आएगी मुश्किल, पायलट प्रोजैक्ट से जालसाजी पर कसेगी नकेल: तहसीलदार
इस दौरान तहसीलदार लखविंद्र सिंह गिल व नायब तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार पब्बी ने बताया कि जमीन खरीदने, बेचने वाले का आधार कार्ड के अलावा जमीन की रजिस्ट्री के साथ रिहायशी मकान, दुकान, प्लाट की फोटो जरूरी होगी तथा 10 लाख से अधिक की रजिस्ट्री के लिए पैन कार्ड भी जरूरी होगा। प्रारंभिक पड़ाव में साफ्टवेयर के साथ एक घंटे में 4 तथा दिन में सिर्फ 30 रजिस्ट्रियां होने का अनुमान है। उन्होंने माना कि शुरूआत में कुछ मुश्किल आएगी लेकिन इस पायलट प्रोजैक्ट से जालसाजी पर पूरी तरह नकेल कसी जाएगी।