Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 10:24 PM
पंजाब सरकार के बिजली की दरों में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड के पटियाला दफ्तर के बाहर धरना दिया। इस अवसर पर पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान ने कहा कि पंजाब...
पटियाला: पंजाब सरकार के बिजली की दरों में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को पंजाब राज्य बिजली निगम लिमिटेड के पटियाला दफ्तर के बाहर धरना दिया।
इस अवसर पर पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार हर मोर्चे पर विफल हुई है और सरकार बनने के बाद छह महीनों में ही लोग कांग्रेस से दुखी हो गए हैं। मान ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ करने के बजाय सरकार उन पर फालतू भार डाल कर अपने मंत्रियों और नेताओं को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री प्रदेश में गैर कानूनी रेत, बजरी, ट्रांसपोर्ट और नशे के व्यापार में लगे हुए हैं। कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार की बिजली दरें बढ़ाने के फैसले की आलोचना करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खेहरा ने कहा कि ऐसा करके सरकार पहले से परेशान किसानों और खेत मजदूरों पर और बोझ बढ़ा रही है। खेहरा ने कहा कि बिजली की दरों में 7 से 12 फीसदी की वृद्धि अति निंदनीय है और सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस निर्णय का सबसे बुरा पहलू यह है कि वृद्धि एक अप्रैल 2017 से लागू होगी और लोगों को पिछले करीब 7 महीनों का बकाया भी देना पड़ेगा।