Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 10:15 AM
सरकारी विभागों में कर्मचारियों व अधिकारियों की हाजिरी यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेशानुसार आज डी.सी. कमलदीप सिंह संघा की अगुवाई में ए.डी.सी. रविन्द्र सिंह सहित समूह एस.डी.एम.एज. ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में आने वाले सरकारी...
अमृतसर (नीरज/ महेंद्र): सरकारी विभागों में कर्मचारियों व अधिकारियों की हाजिरी यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से जारी आदेशानुसार आज डी.सी. कमलदीप सिंह संघा की अगुवाई में ए.डी.सी. रविन्द्र सिंह सहित समूह एस.डी.एम.एज. ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में आने वाले सरकारी दफ्तरों में छापेमारी की है, जिसमें अलग-अलग विभागों के दर्जनों कर्मचारी गैर-हाजिर पाए गए हैं।
जानकारी के अनुसार ए.डी.सी. रविन्द्र सिंह की तरफ से सिविल सर्जन दफ्तर व डी.टी.ओ. दफ्तर में छापेमारी की गई, जिसमें सिविल सर्जन दफ्तर के 2 फूड इंस्पैक्टर गैर-हाजिर पाए गए, जबकि डी.टी.ओ. दफ्तर में सभी कर्मचारी हाजिर मिले। ए.डी.सी. ने डी.टी.ओ. दफ्तर में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए पंखों की व्यवस्था व अलग हैल्प डैस्क लगाने के भी निर्देश दिए हैं।
गैर-हाजिर कर्मचारियों संबंधी जानकारी देते ए.डी.सी. ने कहा कि जो कर्मचारी पहली बार गैर-हाजिर मिला उसकी जवाबतलबी की जाएगी और छुट्टी काटी जाएगी। दूसरी बार देरी से आने वाले कर्मचारी को छोटी सजा देने के लिए पंजाब सिविल सेवाएं (सजा व अपील) नियम 1970 के सैक्शन 10 तहत ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया जाएगा और सजा दी जाएगी। यदि कर्मचारी एक महीने में तीसरी बार गैर-हाजिर पकड़ा गया तो उसको पंजाब सिविल सेवाएं (सजा व अपील) नियम 1970 के सैक्शन 8 तहत चार्जशीट किया जाएगा। एस.डी.एम. (टू) राजेश शर्मा की तरफ से खेतीबाड़ी दफ्तर, बागवानी विभाग, भूमि सुरक्षा विभाग व ट्यूबवैल कार्पोरेशन दफ्तरों की चैकिंग की गई, जिसमें खेतीबाड़ी विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी हाजिर पाए गए, जबकि बागवानी विभाग में 1, भूमि सुरक्षा विभाग में 8 और ट्यूबवैल कार्पोरेशन दफ्तर में 1 कर्मचारी गैर-हाजिर पाया गया। एस.डी.एम.-1 नीतिश सिंगला की तरफ से तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सदर कानूनगो व सेवा केन्द्रों की चैकिंग की गई, जिसमें तहसीलदार दफ्तर के 6, सदर कानूनगो दफ्तर के 1 व सेवा केन्द्र के 2 कर्मचारी गैर-हाजिर पाए गए। एस.डी.एम.अजनाला रजत ओबराय की तरफ से की गई चैकिंग में सरकारी डिस्पैंसरी में कोई भी कर्मचारी हाजिर नहीं पाया गया, जबकि सरकारी स्कूल रेखों में सभी अध्यापक ड्यूटी पर तैनात पाए गए। एस.डी.एम. बाबा बकाला तेजदीप सिंह की तरफ से तहसील भलाई दफ्तर, असिस्टैंट रजिस्ट्रार को-ऑप्रेटिव सोसायटी, बी.डी.पी.ओ. दफ्तर रईया, दफ्तर मार्कीट कमेटी रईया, दफ्तर नगर पंचायत व खेतीबाड़ी दफ्तर बाबा बकाला में चैकिंग की गई, जिसमें असिस्टैंट रजिस्ट्रार के 2 कर्मचारी, बी.डी.पी.ओ. दफ्तर के 7 व मार्कीट कमेटी में 13 कर्मचारी गैर-हाजिर पाए गए। प्रशासन की तरफ से सभी गैर-हाजिर कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सीमावर्ती इलाकों में सरकारी दफ्तरों पर रहेगा फोकस
जिला प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे हाजिरी चैकिंग अभियान में जहां शहरी दफ्तरों में रैगुलर चैकिंग शुरू की जा रही है, वहीं इस मामले में मुख्य रूप से सीमावर्ती इलाकों के सरकारी दफ्तरों की चैकिंग की जाएगी। इसमें सीमावर्ती इलाकों की सरकारी डिस्पैंसरियां, आंगनबाड़ी केन्द्र, सरकारी स्कूल व अन्य विभागों के दफ्तर शामिल हैं। दूर-दराज के इलाकों के दफ्तरों पर भी खास नजर रखी जाएगी क्योंकि इन इलाकों में ही कर्मचारियों की गैर-हाजिर होने संबंधी शिकायतें जिला प्रशासन को मिलती हैं। पूर्व गठबंधन सरकार की तरफ से भी अपने कार्यकाल के दौरान हाजिरी चैकिंग अभियान शुरु किया गया था, जिसके काफी सकारात्मक परिणाम नजर आए थे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं कि सभी सरकारी विभागों में अधिकारियों व कर्मचारियों की हाजिरी को यकीनी बनाया जाए, इसलिए हर महीने में 3 बार चैकिंग की जाएगी। लगातार 3 बार गैर-हाजिर रहने वाले कर्मचारियों को चार्जशीट किया जाएगा। इस काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकारी विभागों में आने वाली जनता को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आने चाहिए। सभी अधिकारी व कर्मचारी सरकारी समय के अनुसार अपनी-अपनी सीटों पर बैठे होने चाहिए। यदि कोई कर्मचारी सरकारी काम पर जाता है तो उसे अपने सीनियर अधिकारी के पास हाजिरी लगानी जरूरी है। -कमलदीप सिंह संघा, डिप्टी कमिश्नर, अमृतसर।