Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Oct, 2017 12:29 PM
रणजीत सागर डैम पर प्रस्तावित ईको टूरिज्म प्रोजैक्ट की योजना से पंजाब सरकार का मोहभंग हो गया है।
चंडीगढ़ (अश्वनी कुमार): रणजीत सागर डैम पर प्रस्तावित ईको टूरिज्म प्रोजैक्ट की योजना से पंजाब सरकार का मोहभंग हो गया है। सरकार ने पर्यावरण मंत्रालय को पत्र लिखकर इस योजना के लिए किए गए आवेदन को वापस लेने का अनुरोध किया है। पर्यावरण मंत्रालय इस योजना पर पहले ही ‘डंडा’ चला चुका है। मंत्रालय ने इस योजना की जांच के बाद तैयार की इंस्पैक्शन रिपोर्ट में कहा कि यह योजना महज दिखावा मात्र ईको टूरिज्म प्रोजैक्ट है जबकि असल में यहां बड़े निर्माण कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। यह सीधे तौर पर रणजीत सागर डैम के कैचमैंट एरिया व ईको-सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। ऐसी सूरत में यह योजना मौजूदा रूप में फोरैस्ट कंजर्वेशन एक्ट के तहत स्वीकार योग्य नहीं है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि शिवालिक धौलाधार टूरिज्म डिवैल्पमैंट बोर्ड ने इस योजना के लिए 123.68 हैक्टेयर वन भूमि को डायवर्ट करने की मांग की है। बोर्ड की तरफ से भेजे गए मूल प्रस्ताव में बताया गया था कि योजना के कुल क्षेत्र में 57.72 हैक्टेयर एरिया अन-डीमार्केटिड प्रोटैक्टेड फॉरैस्ट है और 65.96 हैक्टेयर एरिया पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट,1900 के तहत क्लोज्ड है।