Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 09:14 AM
गत दिनों कपूरथला पुलिस द्वारा केंद्रीय जेल काम्पलैक्स में की गई अचानक चैकिंग के दौरान जेल काम्पलैक्स के भीतर मोबाइल फोन के सिस्टम को जाम करने के लिए लगाए गए जैमर की तोडफ़ोड़ को लेकर हुए खुलासों ने यह साबित कर दिया है ...........
कपूरथला(भूषण): गत दिनों कपूरथला पुलिस द्वारा केंद्रीय जेल काम्पलैक्स में की गई अचानक चैकिंग के दौरान जेल काम्पलैक्स के भीतर मोबाइल फोन के सिस्टम को जाम करने के लिए लगाए गए जैमर की तोडफ़ोड़ को लेकर हुए खुलासों ने यह साबित कर दिया है कि जेल काम्पलैक्स के भीतर बंद कई खतरनाक कैदी इस कदर मोबाइल फोन के प्रयोग को लेकर तैयार रहते हैं कि उन के लिए सरकारी सम्पत्ति का नुक्सान भी कोई मायने नहीं रखता। कपूरथला पुलिस व जेल प्रशासन द्वारा लगातार चैकिंग के बावजूद भी जेल से मोबाइल मिलना कई अहम सवाल खड़े करता है।
जैमर को कैदियों द्वारा पहुंचाया जा चुका है नुक्सान
केंद्रीय जेल जालंधर व कपूरथला में बंद कई गैंगस्टरों की गतिविधियों को रोकने के लिए कपूरथला पुलिस की विशेष टीम ने जब गैंगस्टरों के लिए बनाई गई विशेष चक्कियों की चैकिंग की तो इस दौरान कई मोबाइल फोन बरामद हुए थे जिस कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कुछ गैंगस्टरों के खिलाफ थाना कोतवाली में मामला भी दर्ज किया था।
इस दौरान जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ था कि जेल में मोबाइल के प्रयोग को रोकने के लिए लगाए गए जैमर को कैदियों द्वारा नुक्सान पहुंचाने का खुलासा भी हुआ था जिसके कारण ही जैमर लगने के बावजूद जेल काम्पलैक्स के बड़े हिस्से में मोबाइल नैटवर्क चलने से कई कैदियों का बाहरी दुनिया से संपर्क अभी भी जारी है। ऐसे कैदियों में कई बड़े गैंगस्टर भी शामिल हैं।