Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 12:24 PM
मलोट के अढ़ाई दर्जन से अधिक गांवों के जल घरों के बिजली कनैक्शन काटे जाने के कारण गांवों में पीने वाले पानी का संकट खड़ा हो गया है। उपमंडल के 32 गांवों अंदर लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं, रोजाना जरूरतें पूरी करने के लिए पानी लेने दूर-दूर जाने के...
मलोट (जुनेजा): मलोट के अढ़ाई दर्जन से अधिक गांवों के जल घरों के बिजली कनैक्शन काटे जाने के कारण गांवों में पीने वाले पानी का संकट खड़ा हो गया है। उपमंडल के 32 गांवों अंदर लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं, रोजाना जरूरतें पूरी करने के लिए पानी लेने दूर-दूर जाने के अतिरिक्त मूल्य का पानी खरीदने के लिए मजबूर हैं।
विभिन्न गांवों के जल घर की तरफ 6 लाख से 46 लाख तक के बिलों के बकाए पड़े हैं, जबकि गांवों की पंचायतें बिल भरने से हाथ खड़े कर बैठी है। पावरकॉम से मिले आंकड़ों के अनुसार गांव मलोट का करीब 30 लाख रुपए बकाया है, पन्नीवाला फत्ता 31 लाख, झोरड़ 29.16, बुर्ज सिद्धवां 22 लाख 34 हजार, लक्कड़वाला 8 लाख, औलख 45 लाख 47 हजार, दानेवाला 28 लाख 81 हजार, साउंके 6 लाख 61 हजार, मल्लकटोरा 6 लाख 27 हजार, भुलेरियां 3 लाख 39 हजार, रत्ता खेड़ा 6 लाख 65 हजार, विर्क 2 लाख 79 हजार के बिल बकाया पड़े हुए हैं।
राज्य में 2017 मतदान से तुरंत बाद नई सरकार बनते ही पावरकॉम ने अपनी शक्ति दिखाकर अनेक गांवों के जल घरों के कनैक्शन काट दिए थे परन्तु सरकार की दखलअंदाजी व गांवों की पंचायतों द्वारा कुछ बकाए जमा करवा दिए जाने के बाद कनैक्शन जोड़ दिए गए थे परंतु करीब 6 महीने बाद फिर पावरकॉम ने 32 गांवों के जल घरों के कनैक्शन काट दिए, जिस कारण पानी का संकट खड़ा हो गया।
पावरकॉम के एक्सियन भारत भूषण जिंदल ने बताया कि सब डिवीजन मलोट के अधीन आते 32 गांवों के जल घरों की तरफ 3 करोड़ 80 लाख 49 हजार रुपए राशि बकाया है, जबकि 4 करोड़ के आसपास शहरी जल घर की तरफ बकाया है। इस कारण कनैक्शन काट दिए गए थे परन्तु अभी तक किसी भी पंचायत ने बकाया जमा नहीं करवाया।