Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 02:54 PM
गढ़शंकर के गांव सतनौर में 7 सितम्बर को हत्या के शिकार गैंगस्टर रोहित कुमार उर्फ काका शिकारी के पिता दर्शन लाल व मां अनीता रानी के साथ परिजनों ने आरोप लगाया कि गढ़शंकर की एक महिला कांग्रेस
होशियारपुर (अमरेन्द्र): गढ़शंकर के गांव सतनौर में 7 सितम्बर को हत्या के शिकार गैंगस्टर रोहित कुमार उर्फ काका शिकारी के पिता दर्शन लाल व मां अनीता रानी के साथ परिजनों ने आरोप लगाया कि गढ़शंकर की एक महिला कांग्रेस नेत्री के दबाव में आकर पुलिस हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। यही नहीं पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक आरोपी कमलजीत सिंह उर्फ कमल सहोता निवासी गांव घागोरोड़ा वाली को इस हत्याकांड मामले से निकालने के लिए पुलिस पर भारी दबाव डाल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं की तो वे चंडीगढ़ पहुंच राजभवन के सामने व गुरदासपुर पहुंच सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे। दूसरी तरफ एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन ने साफ तौर पर कहा कि पुलिस किसी के दबाव में काम नहीं कर रही।
क्या है मामला
गौरतलब है कि रोहित कुमार उर्फ काका शिकारी (32) पुत्र दर्शन लाल निवासी वार्ड 5 गढ़शंकर अपने दोस्त विपिन कुमार निवासी सतनौर के घर में 7 सितम्बर 2017 को सोया था। विपिन कुमार घर में नहीं था। विपिन का पिता परमजीत गांव में ही दिहाड़ी लगाने गया था। दोपहर 12 बजे के करीब एक मारुति एस्टीम कार में करीब 6 अज्ञात लोग आए और घर में जा घुसे। घर में सो रहे काका शिकारी को 2 गोलियां मारीं और उसके बाद फरार हो गए। कार से उतरने के बाद हत्यारों ने रोहित के सिर व छाती में गोली मारकर हत्या कर दी थी।
हत्याकांड में 8 आरोपियों में से 5 गिरफ्तार : एस.एस.पी.
संपर्क करने पर एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन ने बताया कि रोहित हत्याकांड मामले में माहिलपुर पुलिस 8 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। फरार चल रहे 3 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।
बच्चों की लाशों पर सियासी रोटियां सेंक रहे हैं मेरे विरोधी : निमिषा
कांग्रेस प्रवक्ता निमिषा मेहता ने कहा कि जब रोहित की हत्या हुई तो मैंने स्वयं दर्शन के घर पहुंच उसके सामने स्पीकर आन करके एस.एस.पी. से बात कर हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही थी। यही नहीं दर्शन कुमार को लेकर वह ए.डी.जी.पी. से भी मिली थीं। सच्चाई तो यह है कि दर्शन लाल मेरे सियासी विरोधियों के हाथों खेल रहे हैं। मुझे यह जानकर काफी दुख हो रहा है कि बच्चों की लाशों पर भी मेरे सियासी विरोधी घटिया राजनीति करने पर उतारू हैं।