Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Aug, 2017 12:06 PM
नॉवेल्टी चौक में आज एक्टिवा स्कूटर के चालान को लेकर खाकी से खाकी भिड़ गई। देर तक हुए हंगामे के उपरांत मामला डी.सी.पी. ए.एस. पवार के दरबार में पहुंचा जिन्होंने जांच कमेटी बैठाने.......
अमृतसर (संजीव): नॉवेल्टी चौक में एक्टिवा स्कूटर के चालान को लेकर खाकी से खाकी भिड़ गई। देर तक हुए हंगामे के उपरांत मामला डी.सी.पी. ए.एस. पवार के दरबार में पहुंचा जिन्होंने जांच कमेटी बैठाने का हवाला देकर उसे शांत किया। तू-तू मैं-मैं पंजाब पुलिस के एस.आई. अश्विनी कुमार व नॉवेल्टी चौक में ट्रैफिक की ड्यूटी कर रहे ए.एस.आई. दिलबाग सिंह के बीच में हुई।
क्या कहना है डी.सी.पी. का
डी.सी.पी. अमरीक सिंह पवार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है फिलहाल इस संबंध में कमेटी का गठन कर दिया गया है जो उन्हें अपने जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
क्या था मामला और कैसे हुआ हंगामा
बी.आर.टी.सी. के ट्रैक से रांग साइड पर एक्टिवा स्कूटर पर आ रही युवती को नॉवेल्टी चौक में ड्यूटी कर रही महिला पुलिस कर्मियों ने रोक कर वाहन का चालान काटने के लिए दस्तावेजों की मांग की। युवती ने यह कह कर दस्तावेज दिखाने से इंकार कर दिया कि उसके पापा भी थाना प्रभारी है। ड्यूटी कर रहे ए.एस.आई. दिलबाग सिंह ने युवती की कोई बात न सुनी और एक्टिवा का चालान काटने को कहने लगे।
इतने में उसने अपने पापा को फोन मिला दिया जबकि ए.एस.आई. ने फोन पर भी बात करने से इंकार कर दिया। कुछ ही देर में एस.आई. अश्विनी कुमार अपनी सरकारी गाड़ी व गनमैन लेकर तरनतारन से नॉवेल्टी चौक आ पहुंचा और दोनों में जमकर तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। अश्विनी कुमार अपने रैंक का रोब जमाने लगा जबकि ए.एस.आई. अपनी ड्यूटी करने की बात पर अड़ा रहा। थोड़ी ही देर में जब मीडिया मौके पर पहुंचा तो एस.आई. अश्विनी कुमार ने ए.एस.आई. दिलबाग सिंह पर 500 रुपए मांगने के आरोप जड़ दिए।
हंगामे की भनक लगते ही ए.डी.सी.पी. हरजीत सिंह धालीवाल व थाना सिविल लाइन के इंचार्ज इंस्पैक्टर शिव दर्शन मौके पर पहुंचे और ए.एस.आई. अश्विनी कुमार व ए.एस.आई. दिलबाग सिंह को डी.सी.पी. कार्यालय लाया गया।
क्या कहना है ए.एस.आई. का?
ए.एस.आई. दिलबाग सिंह का कहना है कि वह नॉवेल्टी चौक में ईमानदारी से ड्यूटी कर रहा था, जब उन्होंने रांग साइड से आ रही युवती से उसके कागजात मांगे तो उसने अपने पिता का हवाला देना शुरू कर दिया मगर वह उसे दस्तावेज दिखाने को ही कह रहे थे। थोड़ी देर में एस.आई. खुद मौके पर आ गए और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। अब देखना है कि खाकी के खाकी के साथ फंसे पेच में उच्चाधिकारी किसका साथ देते हैं ड्यूटी कर रहे ए.एस.आई. दिलबाग सिंह का या एस.आई. अश्विनी कुमार का।