Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 12:10 PM
एक तरफ जहां मोगा के रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर किसी कारण रात होने के दौरान यात्री मजबूरी वश ‘नीली छतरी’ के नीचे रात काटते हैं, वहीं दूसरी तरफ केन्द्र सरकार के ‘फंड’ से मोगा में नगर निगम द्वारा लाखों रुपए की लागत से बनाया गया रैन बसेरा पिछले...
मोगा(पवन ग्रोवर): एक तरफ जहां मोगा के रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर किसी कारण रात होने के दौरान यात्री मजबूरी वश ‘नीली छतरी’ के नीचे रात काटते हैं, वहीं दूसरी तरफ केन्द्र सरकार के ‘फंड’ से मोगा में नगर निगम द्वारा लाखों रुपए की लागत से बनाया गया रैन बसेरा पिछले लगभग 1 वर्ष से उद्घाटन न होने कारण अपनी सेवाएं शुरू नहीं कर सका। हैरानी की बात है कि पिछले काफी समय से शिरोमणि अकाली दल से संबंधित निगम पार्षदों व शहर की सामाजिक जत्थेबंदियों से संबंध रखने वाले नेताओं द्वारा इस रैन बसेरे को लोगों की सेवा के लिए शुरू करने का मामला उठाया जा रहा है, लेकिन अभी तक नगर निगम ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
ऐसे में यह इमारत ‘सफेद हाथी’ साबित होने लगी है। यही नहीं जरूरत के अनुसार संभाल न होने से ‘रैन बसेरे’ की इमारत भी खराब होने लगी है। ‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा शहर के मध्य स्थित शहीदी पार्क के नजदीक बने इस रैन बसेरे का निरीक्षण किया गया तो इस इमारत को ‘ताला’ लटका हुआ मिला।
रैन बसेरे के नजदीक रहने वाले लोगों ने बताया कि लंबे समय तक इस प्रोजैक्ट का काम चलता रहा, लेकिन जब यह इमारत पूरी तरह बनकर तैयार हो गई है तो निगम के अधिकारियों ने इसके ‘ताले’ को कभी खोला ही नहीं। ऐसे में यात्री निवास के सभी कमरों के आसपास धूल-मिट्टी जमने लगी है। जब इस संबंध में नगर निगम मोगा के मेयर अक्षित जैन से संपर्क करने का प्रयास किया तो उनके द्वारा फोन न उठाए जाने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।
‘रैन बसेरे’ को लोगों की सेवा के लिए खोलें
नगर निगम मोगा के पार्षद मंजीत सिंह धम्मू ने कहा कि ‘रैन बसेरे’ की इमारत चाहे उद्घाटन न होने कारण लोगों की सेवा के लिए नहीं खुल सकी है, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते अब यह इमारत खराब होने लगी है। निगम ठंड के मौसम को ध्यान में रखते इस इमारत को लोगों की सहूलियत के लिए खोलने के साथ-साथ बस स्टैंड तथा अन्य जनतक स्थानों पर इस इमारत संबंधी मुनियादी करवाए।
‘रैन बसेरे’ की सेवाएं जल्द शुरू की जाएंगी
विधायक डा. हरजोत कमल सिंह का कहना है कि मोगा के ‘रैन बसेरा’ का मामला अभी उनके ध्यान में आया है। इस संबंध में 13 दिसम्बर को निगम कमिश्नर से बैठक की जाएगी तथा जल्द ही रैन बसेरे की सेवाएं लोगों के लिए शुरू की जाएंगी। ठंड के मौसम में लोगों की सहूलियत के लिए ‘रैन बसेरा’ जरूरी है।
‘सरकार के पास नहीं उद्घाटन करने का समय’
पंजाब हैल्थ सिस्टम के पूर्व चेयरमैन तथा शिरोमणि अकाली दल के हलका इंचार्ज बरजिंद्र सिंह बराड़ ने हैरानी जताते हुए कहा कि अकाली-भाजपा सरकार के दौरान बनी इमारतों के उद्घाटन के लिए सरकार के पास समय ही नहीं है। महंगे होटलों में हर आम व्यक्ति नहीं ठहर सकता, इसलिए ‘रैन बसेरा’ लोगों की सेवा के लिए होना जरूरी है। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।