Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 12:13 PM
नगर निगम के 820 सफाई सेवक अब बिना पूर्व सूचना के छुट्टी नहीं कर सकेंगे व न ही काम पर देरी से आ सकेंगे क्योंकि दिसम्बर से सभी मुलाजिमों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीनों पर लगेगी। अगर मुलाजिम लेट होंगे या बिना बताए छुट्टी लेंगे तो अटैंडैंस के अनुसार ही...
बठिंडा (परमिंद्र): नगर निगम के 820 सफाई सेवक अब बिना पूर्व सूचना के छुट्टी नहीं कर सकेंगे व न ही काम पर देरी से आ सकेंगे क्योंकि दिसम्बर से सभी मुलाजिमों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीनों पर लगेगी। अगर मुलाजिम लेट होंगे या बिना बताए छुट्टी लेंगे तो अटैंडैंस के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी। इस योजना को लागू करने के लिए शुक्रवार को मेयर बलवंत राय नाथ की अध्यक्षता में हुई फाइनांस एंड कांट्रैक्ट कमेटी की बैठक के दौरान 30 बायोमीट्रिक मशीनें खरीदने के लिए करीब 12 लाख रुपए की राशि मंजूर की गई। मशीनें आते ही मुलाजिमों के ङ्क्षफगर प्रिंट लेने का काम शुरू कर दिया जाएगा व दिसम्बर से उनकी हाजिरी इन मशीनों के जरिए लगनी शुरू हो जाएगी। उक्त बैठक में मेयर के अलावा सीनियर डिप्टी मेयर तरसेम गोयल, डिप्टी मेयर गुरिंद्रपाल कौर मांगट, नगर निगम कमिश्नर संयम अग्रवाल व अन्य सदस्य उपस्थित थे।
कंपनी ही करेगी मशीनों की देख-रेख
बायोमीट्रिक मशीनें लगाने का काम सॉफटैल सॉल्यूशंज को सौंपा गया है। उक्त कंपनी ने 30,850 रुपए प्रति मशीन की कीमत से मशीनें सप्लाई करने व एक साल तक उनकी मैंटीनैंस करने संबंधी टैंडर भरा था। एक अन्य कंपनी ने 35 हजार रुपए में मशीन उपलब्ध करवाने का टैंडर भरा था लेकिन कम कीमत के चलते सॉफटैल को यह काम सौंपा गया है। उक्त कंपनी 30 मशीनें उपलब्ध करवाएगी जिन पर कुल 9 लाख 25 हजार 500 रुपए खर्च होगा जबकि 27 हजार रुपए प्रति वर्ष मैंटीनैंस फीस अलग से होगी जो नगर निगम उक्त कंपनी को देगा।
हरे कचरे से खाद बनाएगा निगम
महानगर से निकलने वाले ग्रीन गार्बेज का निपटारा करके जैविक खाद बनाने के प्रोजैक्ट को भी कमेटी ने मंजूरी दे दी है। शहर से हर रोज 10 टन ग्रीन गार्बेज निकलता है। नगर निगम इसके निपटारे के लिए 27 लाख रुपए की लागत से जॉगर्स पार्क व मॉडल टाऊन में ग्रीन गार्बेज प्लांट स्थापित करेगा। इन दोनों यूनिटों में शहर के पार्कों व अन्य जगहों से निकलने वाले हरे कचरे का निपटारा करके उससे जैविक खाद बनाई जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब में पहली बार बङ्क्षठडा में इस प्रकार के प्लांट लगाए जा रहे हैं जहां 140 के करीब पार्कों व अन्य कालोनियों के कचरे का निपटारा किया जाएगा। इससे निगम को बड़ी मात्रा में जैविक खाद प्राप्त होगी। गौरतलब है कि निगम हर साल लाखों रुपए की खाद की खरीद करता है लेकिन उक्त प्लांट लगने से निगम को खाद खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी।