Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Nov, 2017 09:58 AM
र में अंधे एक युवक ने दुबई से आकर अपनी प्रेमिका की मां की तेजधार हथियार से हत्या कर दी क्योंकि वह अपनी बेटी के साथ उसकी शादी करवाने के लिए तैयार नहीं हो रही थी। जानकारी के अनुसार आरोपी मृतका की कनाडा गई बेटी से शादी करना चाहता था।
जालंधर(महेश) : प्यार में अंधे एक युवक ने दुबई से आकर अपनी प्रेमिका की मां की तेजधार हथियार से हत्या कर दी क्योंकि वह अपनी बेटी के साथ उसकी शादी करवाने के लिए तैयार नहीं हो रही थी। जानकारी के अनुसार आरोपी मृतका की कनाडा गई बेटी से शादी करना चाहता था। दोनों में काफी दोस्ती थी। आरोपी उससे प्यार करता था। जब उसे दुबई में पता चला कि उसकी प्रेमिका विदेश चली गई है तो वह वहां से इंडिया आ गया। वह अपने परिवार वालों को लेकर शादी के लिए अपनी प्रेमिका के लालेवाली स्थित घर भी आया लेकिन शरणजीत कौर को यह शादी मंजूर नहीं थी जिसके बाद उसे लगने लगा कि उसकी शादी में कनाडा गई उसकी प्रेमिका की मां रुकावट बन रही है।
उसने उसके कत्ल की योजना बनाई और शुक्रवार की रात को वह लद्देवाली क्षेत्र में ही रहा। देर रात को उसने शरणजीत के घर में घुसकर किसी तेजधार हथियार से उसकी हत्या कर दी। इस समय युवक की प्रेमिका कैनेडा में ही है।शुक्रवार को आधी रात के बाद करीब 2 से 2.30 बजे के बीच इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी नीलामहल निवासी सर्बजीत सिंह पुत्र शीतल सिंह के खिलाफ थाना रामा मंडी में आई.पी.सी. की धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। उसकी तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें देर रात तक चंडीगढ़ सहित अन्य संदिग्ध स्थानों पर रेड कर रही थीं।
मृतका की पहचान शरणजीत कौर (48) पत्नी स्व. हरजीत सिंह निवासी लालेवाली (लद्देवाली) के रूप में हुई है। वारदात के समय मृतका शरणजीत कौर व उसका बेटा हरप्रीत सिंह ही मौजूद थे। शरणजीत कौर बॉडी बिल्डरों के प्रोडक्ट बनाने वाली एक फैक्टरी में काम करती थी। महिला की हत्या से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
महिला की हत्या ने कमिश्नरेट पुलिस में मचाया हड़कम्प
लालेवाली (लद्देवाली) में एक महिला की हुई हत्या की सूचना मिलते ही कमिश्नरेट पुलिस में हड़कम्प मच गया क्योंकि कुछ दिनों में ही यह तीसरी हत्या की वारदात थी। पहले गढ़ा क्षेत्र (थाना कैंट) में राजू बाबा और फिर जगजीवन राम चौक (थाना डिवीजन नं. 5) में अशोक हैप्पी के कत्ल तथा अब लालेवाली (थाना रामा मंडी) में उक्त महिला का कत्ल। पुलिस को ऐसी भागदौड़ पड़ी कि खुद पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा अन्य अधिकारियों समेत मौके पर पहुंचे और काफी देर तक जांच में लगे रहे। फिंगर प्टरिं माहिर टीम समेत अन्य खोजी टीमें भी वहां मौजूद थीं। इस मौके पर डी.सी.पी. रजिन्द्र सिंह, डी.सी.पी. गुरमीत सिंह, ए.डी.सी.पी. क्राइम मनदीप सिंह, ए.डी.सी.पी. सिटी-1 कुलवंत सिंह हीर, ए.सी.पी. सैंट्रल सतिन्द्र कुमार चड्ढा तथा एस.एच.ओ. थाना रामा मंडी राजेश ठाकुर उपस्थित थे।
सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद हुआ आरोपी
शरणजीत कौर की हत्या करने के बाद मौके से भागते हुए आरोपी नजदीक ही लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद हो गया। गुरुद्वारा साहिब लालेवाली समेत मेन रोड पर अन्य स्थानों पर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज निकाल कर पुलिस अधिकारियों ने उनको खंगालना शुरू किया। फुटेज देखने के बाद भी पुलिस को यह तो साफ हो गया कि हत्यारा महिला का बेटा नहीं, कोई और है।
पिता की सड़क हादसे में हो चुकी है मौत
मृतका के बेटे हरप्रीत सिंह ने बताया कि उसके पिता हरजीत सिंह की करीब 2 साल पहले रामा मंडी क्षेत्र में सड़क हादसे में मौत हो गई थी। वह अपनी हजारा स्थित फैक्टरी से किसी काम के लिए स्कूटर पर रामा मंडी जा रहे थे। रास्ते में खड़े एक वाहन से टकराने के बाद वह गम्भीर रूप से घायल हो गए और सिर में गहरी चोट लगने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
मां शरणजीत कौर अपने दोनों बच्चों (बेटा-बेटी) से इतना प्यार करती थी कि उसने कभी भी उन्हें पिता की कमी महसूस नहीं होने दी। मां ने खुद कड़ी मेहनत करते हुए उनकी पढ़ाई पूरी करवाई। हरप्रीत ने कहा कि उसने ग्रैजुएशन की है और बहन को आईलैट्स करवाने के बाद विदेश भेजा। ऐसे में बच्चे अपनी मां की जुदाई कैसे झेलेंगे।
बेटी से बात होने पर आरोपी हुआ बेनकाब
मां की हत्या की सूचना सुनकर कनाडा गई हुई बेटी भी हिल गई। उसने साफ शब्दों में अपनी मां की मौत का जिम्मेदार नीलामहल निवासी सर्बजीत सिंह को बताते हुए बेनकाब किया, जिसके बाद पुलिस ने उसे हत्या के केस में नामजद कर लिया। मृतका की बेटी ने बताया कि सर्बजीत उससे शादी करने के लिए उसकी मां को तंग-परेशान करता था। उसने बताया कि मेरी मां ही नहीं बल्कि वह खुद भी उससे शादी नहीं करवाना चाहती थी। उसकी सर्बजीत के साथ काफी समय पहले दोस्ती जरूर रही है लेकिन उसके साथ शादी के बारे में कभी सोचा ही नहीं था।
उसने कनाडा आने के बाद भी कभी सर्बजीत से बात नहीं की। वह अगर उससे एकतरफा प्यार करता भी होगा तो इससे उसको कोई लेना-देना नहीं है। उसने सर्बजीत सिंह पुत्र शीतल सिंह नामक युवक को आरोपी बताते हुए उसका मोबाइल नंबर भी पुलिस को बताया, जिसकी लोकेशन निकाल कर पुलिस उस तक पहुंचने में लगातार जुटी हुई थी। देर रात तक पुलिस का दावा था कि आरोपी को हर हाल में 24 घंटों में काबू कर लिया जाएगा।
बेटी के कनाडा से आने पर होगा मां का संस्कार
जौहल अस्पताल से पुलिस शव को सिविल अस्पताल में ले गई, जहां उसका पोस्टमार्टम करवा दिया गया लेकिन संस्कार अभी तक नहीं हुआ है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृतका की कनाडा में रहती बेटी तथा अन्य रिश्तेदारों के विदेश से आने के बाद ही उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पुलिस ने उक्त पुष्टि की है।
मां को खून से लथपथ देखकर बेटे के उड़े होश
वारदात के समय घर की छत पर सोए हुए मृतका शरणजीत कौर के बेटे हरप्रीत सिंह ने जब खून से लथपथ हालत में अपनी मां को जमीन पर पड़ा हुआ देखा तो उसके होश उड़ गए। उसने पड़ोसियों की मदद से मां को रामा मंडी के जौैहल अस्पताल में पहुंचाया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मां को मृत देखकर बेटे हरप्रीत का रो-रो कर अस्पताल में बुरा हाल हो गया। इतना ही नहीं, वह बेसुध तक हो गया। मौके पर पहुंचे अन्य रिश्तेदारों तथा पड़ोसियों ने उसे संवेदना देते हुए शांत करने का प्रयास किया। उसने कहा कि बहन कनाडा में है और माता-पिता दोनों की मौत हो गई है।
पहले शक की सूई बेटे पर भी गई
महिला की हत्या को लेकर पहले पुलिस की शक की सूई उसके बेटे हरप्रीत सिंह पर भी गई क्योंकि पुलिस को लगता था कि मृतका के अलावा घर में उसका बेटा ही था जो कि घर की छत पर सोया हुआ था और मां नीचे के कमरे में सोई थी। पुलिस अधिकारी काफी देर तक उससे पूछताछ करते रहे लेकिन आसपास में रहते लोगों ने बताया कि हरप्रीत सिंह अपनी मां का आज्ञाकारी पुत्र है। तीनों मां-बेटे और कनाडा गई बेटी में खासा प्यार था।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने हरप्रीत को अपनी मां से तो दूर, और किसी से भी कभी ऊंची आवाज में बोलते नहीं देखा। बेटे के जब पुलिस बयान कलमबद्ध कर रही थी तो उसके चेहरे से मां के हमेशा के लिए छोड़ कर चले जाने का बहुत दुख दिखाई दे रहा था। उसने पुलिस कमिश्नर पी.के. सिन्हा से कहा कि उसकी मां को उससे छीनने वाले आरोपी किसी भी कीमत पर बचने नहीं चाहिएं। उन्हें भी मौत से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए।