Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 05:08 PM
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले स्टूडैंट्स को दोपहर के खाने के रूप में परोसी जाने वाली मिड-डे मील में सप्ताह के एक दिन खाने में दी जा रही
लुधियाना (विक्की): सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले स्टूडैंट्स को दोपहर के खाने के रूप में परोसी जाने वाली मिड-डे मील में सप्ताह के एक दिन खाने में दी जा रही खीर विभाग के लिए मुश्किल खड़ी करने लगी है।
दरअसल विभाग ने मिड-डे-मील का बकायदा मैन्यू सैट किया हुआ है जिसमें स्कूलों को कहा गया है कि वे बच्चों को एक दिन कभी भी खीर खाने को दे सकते हैं। लेकिन कई स्कूल सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को बच्चों को खाने के लिए मिड-डे-मील में खीर भी दे देते हैं। डायरैक्टर जनरल स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब ने आज समूह जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में हिदायत करते हुए खीर देने के दिन बदलने को कहा है। स्कूलों को जारी पत्र में हवाला दिया गया है कि कई स्कूलों द्वारा बच्चों को सोमवार, बुधवार या शुक्रवार को खीर देने के कारण गेहूं व चावल दोनों का हिसाब दर्ज करने में मुश्किल पेश आ रही है।
मैन्यू में 3 दिन चावल और 3 दिन मिलती है रोटी:जानकारी के मुताबिक मैन्यू के अनुसार सप्ताह में 3 दिन बच्चों को मिड-डे मील में रोटी और 3 दिन चावल दिए जाते हैं। लेकिन कई स्कूल रोटी वाले शैड्यूल के 3 दिनों में से एक दिन साथ में खीर बना देते हैं जिससे विभाग को उस खीर के लिए उपयोग में लाए जाने वाले चावलों का हिसाब अलग से रखना पड़ता है। विभाग का मानना है कि अगर चावल वाले दिनों में ही खीर बन जाए तो एक ही दिन में उपयोग किए गए चावलों का हिसाब दर्ज हो सकेगा। विभाग ने कहा है कि बच्चों को मिड-डे मील में खीर हफ्ते में एक बार मंगलवार, वीरवार या शनिवार को दी जाए ताकि चावलों का हिसाब रखने में दिक्कत पेश न आए।