Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 01:01 PM
31 जनवरी 2017 को चुनाव से पहले हुआ मौड़ मंडी बम कांड को सुलझाने में पुलिस असफल नजर आ रही है।
बठिंडा (बलविंद्र) : 31 जनवरी 2017 को चुनाव से पहले हुआ मौड़ मंडी बम कांड को सुलझाने में पुलिस असफल नजर आ रही है। सूत्रों के अनुसार जिस रैली के बाहर बम धमाका हुआ कांग्रेस की वह रैली अनुमति प्राप्त करके नहीं की गई थी, जबकि रैली करवाने वाले संबंधित व्यक्तियों पायजामे वाले व मान साहिब की तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार नियम है कि चुनाव दौरान अगर किसी उम्मीदवार को चुनाव प्रचार के लिए रैली आदि करनी होती है तो उसे उसकी जानकारी बाकायदा लिखित तौर पर चुनाव अधिकारी को देनी पड़ती है। सुरक्षा प्रबंधों व अन्य पक्षों से देखते हुए रैली को मंजूरी दी जाती है। उस दिन 31 जनवरी को हरमंदर सिंह जस्सी ने भी अपनी सभी रैलियों आदि की सूची बनाकर चुनाव अधिकारी को दे दी थी और उसकी मंजूरी भी मिल गई थी। परन्तु 31 जनवरी सायं के समय हुए बम कांड से पहले की रैली के बारे में अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं दी गई थी। रैली बारे हरमंदर सिंह जस्सी खुद भी नहीं जानते थे। उनको उस समय पता चला जब आखिरी प्रोग्राम के बाद वह अपनी कार में बैठकर अपने घर जाने लगे। तब उनके पी.ए. हरपाल सिंह पाली ने बताया कि एक और रैली रखी हुई है जिस पर जस्सी ने एतराज भी किया था लेकिन फिर वह रैली करने के लिए तैयार हो गए।
माना जा रहा है कि जस्सी के सभी प्रोग्राम उनका पी.ए. हरपाल सिंह पाली देखता था। हर व्यक्ति को जस्सी के प्रोग्राम के लिए पाली से संपर्क करना पड़ता था। उक्त रैली से पहले 2 व्यक्ति ‘पायजामे वाला’ व ‘मान साहिब’ पाली के संपर्क में आए जिन्होंने जल्दबाजी में उक्त रैली नियोजित की जिसकी मंजूरी लेने का भी समय नहीं मिल सका था।
शक किया जा रहा है कि उक्त व्यक्तियों ने पाली को विश्वास में लेकर रैली का प्रोग्राम बनाया ताकि जस्सी व साथियों को टार्गेट बनाया जा सके। जिस समय बम का धमाका हुआ उस समय रैली के ऑर्गेनाइजर्स ‘पायजामे वाला’ व ‘मान साहिब’ वहां से गायब थे। ये दोनों प्रॉपर्टी डीलर हैं जिनमें से एक मॉडल टाऊन बङ्क्षठडा में किराए की कोठी में रहता था। हो सकता है कि ये दोनों व्यक्ति निर्दोष हों पर पुलिस के डर से फरार हुए हों या फिर ये दोनों धमाका करने वालों के ही मोहरे हों।
रिकार्ड में नहीं दर्ज किसने करवाई रैली : डी.आई.जी.
बम कांड की एस. आई.टी. के इंचार्ज डी.आई.जी. रणबीर सिंह खटड़ा ने कहा कि उक्त रैली बारे किसी तरह की मंजूरी नहीं ली गई थी। रिकार्ड में यह भी दर्ज नहीं कि रैली किसने करवाई थी। संबंधित व्यक्तियों व अन्य सूत्रों की तलाश की जा रही है।
मैं ‘पायजामे वाला’ व ‘मान साहिब’ को नहीं जानता : जस्सी
जस्सी का कहना है कि वह ‘पायजामे वाला’ व ‘मान साहिब’ को नहीं जानता। उनके सभी प्रोग्राम पाली ही संभालता था लेकिन अफसोस कि बम धमाके में पाली की मौत हो गई थी। संबंधित व्यक्तियों की तलाश पुलिस कर रही है जिनसे कुछ खास खुलासे होने की संभावना है।