विजीलैंस चैकिंग बंद होने से कई सरकारी डाक्टरों और कैमिस्टों की लगी मौज

Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 08:06 AM

many government chemists have fun with the closure of vigilance checking

प्रदेश में लगातार फैल रहे डेंगू, स्वाइन तथा वायरल फ्लू के कारण लोगों में फैल रही भारी दहशत के बावजूद भी प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की मुसीबतें दूर करने तथा प्राइवेट पर्ची पर लगाम लगाने को लेकर विजीलैं........

कपूरथला (भूषण): प्रदेश में लगातार फैल रहे डेंगू, स्वाइन तथा वायरल फ्लू के कारण लोगों में फैल रही भारी दहशत के बावजूद भी प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की मुसीबतें दूर करने तथा प्राइवेट पर्ची पर लगाम लगाने को लेकर विजीलैंस विभाग को कोई आदेश जारी न करने से जहां एक बार फिर खतरनाक बीमारियों के सीजन में प्रदेश भर में एक बार फिर से कई सरकारी डाक्टरों व कुछ कैमिस्टों में प्राइवेट पर्ची का दौर नई ऊंचाइयों को छू रहा है, वहीं सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालोंं में 250 तरह की मुफ्त दवाइयां भेजने को लेकर किए जा रहे दावों के बावजूद भी गरीब जनता महंगी दवाइयां खरीदने को मजबूर है जिस के कारण बीमारियों के इस मौसम में कई डाक्टर व कैमिस्ट चांदी कूट रहे हैं। 

क्या कहते हैं सिविल सर्जन
इस संबंध में जब सिविल सर्जन डा. हरप्रीत सिंह काहलों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि जिला के सरकारी अस्पतालोंं में लोगों को सरकार द्वारा भेजी जाने वाली मुफ्त सरकारी दवाइयां देने के आदेश दिए गए हैं। वहीं इस के बावजूद भी प्राइवेट पर्ची संबंधी शिकायत आने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

क्या कहना है डी.सी. का
इस संबंध में जब डी.सी. मोहम्मद तैयब से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को सरकारी अस्पतालों में आने वाली मुफ्त दवाइयां देने के लिए वह खुद स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश देंगे तथा समय-समय पर सरकारी अस्पतालों की चैकिंग भी होगी। 

वर्ष 2016 में डेंगू से हुई मौतों को लेकर विजीलैंस को मिले थे अधिकार
वर्ष 2016 में अगस्त, सितम्बर व अक्तूबर के मध्य तक प्रदेश में डेंगू के सामने आए हजारों मामलों के दौरान करीब 70 लोगों की मौत होने व लोगों तक सरकार द्वारा भेजी जाने वाली मुफ्त दवाइयों के न पहुंचने को लेकर तत्कालीन सरकार की हुई बदनामी को देखते हुए प्रदेश भर में विजीलैंस ब्यूरो को सरकारी अस्पतालोंं में मुफ्त दवाइयों का स्टॉक चैक करने के अधिकार दिए गए थे। इसके कारण काफी हद तक प्राइवेट पर्ची पर रोक लग गई थी तथा विजीलैंस की लगातार चैकिंग से लोगों को मुफ्त दवाइयां मिलने लगी थीं।

कैप्टन सरकार ने चैकिंग को लेकर नहीं जारी किए दिशा-निर्देश
मार्च महीने में प्रदेश की सत्ता संभालने वाली कैप्टन सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरस्त करने के मकसद से अभी तक ऐसा कोई दिशा निर्देश लागू नहीं किया है जिस के मार्फत प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में कोई बढिय़ा संदेश गया हो।


डेंगू व स्वाइन फ्लू के इस सीजन में जहां ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं सरकार द्वारा भेजी गई मुफ्त दवाइयां लोगों तक न पहुंचने के कारण लोग प्राइवेट कैमिस्टोंं से महंगी दवाइयां खरीदने को मजबूर हैं जिसमें कहीं न कहीं कई ऐसे सरकारी डाक्टरों की मौज बन गई है जो लंबे समय से प्राइवेट पर्ची लिखने की आदत से मजबूर रहे हैं लेकिन खतरनाक बीमारियों के इस सीजन में सरकार द्वारा मुफ्त सरकारी दवाइयों के स्टॉक की चैकिंग करने संबंधी अभी तक विजीलैंस विभाग को दिशा-निर्देश न जारी करना कई अहम सवाल खड़े करता है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!