Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 12:12 PM
पीरू बंदा मोहल्ला के बाहर स्थित चर्च के पास्टर सुल्तान मसीह की हुई हत्या सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी। वारदात को अंजाम देने से पहले
लुधियाना(पंकज): पीरू बंदा मोहल्ला के बाहर स्थित चर्च के पास्टर सुल्तान मसीह की हुई हत्या सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी। वारदात को अंजाम देने से पहले हत्यारों ने न सिर्फ कई दिन रेकी की थी, बल्कि फरारी के रास्तों को भी सुनिश्चित किया था। आरोपियों की तलाश में लगी पुलिस के हाथ सी.सी.टी.वी. फुटेज की मदद से अहम सुराग लगने की सूचना है। पिछले कई वर्षों से पीरू बंदा चौक के समीप स्थित चर्च का संचालन करने वाले पास्टर सुल्तान मसीह संबंधी इलाके के लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक गर्मी में पास्टर लगभग प्रत्येक शाम को चर्च के बाहर ही बैठा करता था। धर्म के प्रचार के अलावा गरीब बच्चों को शिक्षित करने की लंबे समय से मुहिम छेडऩे वाले सुल्तान की किसी से भी निजी रंजिश नहीं थी। इससे स्पष्ट है कि उसकी हत्या शहर का शांतिमय माहौल खराब करने के लिए की गई थी। इसके पीछे सीमा पार बैठे आतंकी संगठनों का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। पंजाब का माहौल खराब करने के प्रयास में जुटे कथित आतंकी संगठनों द्वारा पिछले महीनों के दौरान एक-एक करके विभिन्न धर्मों अथवा संगठनों के लोगों को निशाना बनाया जाना यह स्पष्ट करता है कि आतंकी संगठन पेशेवर हत्यारों को हायर करके ऐसी वारदातें करवाने में लगे हुए हैं।
फरारी का रास्ता भी पहले से था तय
पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठे पुलिस अधिकारी हालांकि इस मामले में कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं परंतु सूत्रों की मानें तो हत्यारों ने वारदात को अंजाम देने से पहले कई दिनों तक चर्च के इर्द-गिर्द रहकर पास्टर की गतिविधियों की रेकी की थी। हत्यारों ने वारदात को अंजाम देने के बाद किस रास्ते से फरार होना था, उस पर भी खास ध्यान दिया था। मतलब उन्होंने पहले से ही फरारी का रास्ता तय किया हुआ था।
अलग हथियारों का हुआ उपयोग
सूत्रों की मानें तो पास्टर सुल्तान मसीह की हत्या में अलग किस्म का हथियार उपयोग किया गया था। मोटरसाइकिल के पीछे बैठे हत्यारे ने जहां .30 बोर के वैपन से पास्टर पर गोलियां चलाईं, वहीं उसके साथी ने .32 बोर वैपन से फायर किया था। राज्य में हुई अन्य चर्चित हत्याओं व पास्टर की हत्या में उपयोग हुए हथियार आपस में मैच नहीं होने की खबर है।
एक हो सकता है हत्यारा
मामले की जांच में जुटी पुलिस इस बात को लेकर भी काफी आश्वस्त नजर आ रही है कि खन्ना में शिवसेना नेता दुर्गादास व पास्टर की हत्या में मुख्य अभियुक्त एक ही है। दरअसल, सभी चॢचत मामलों की सी.सी.टी.वी. फुटेज का गंभीरता से अध्ययन करने वाले अधिकारियों का मानना है कि दोनों हत्याओं में शामिल एक अभियुक्त की बॉडी लैंग्वेज लगभग एक जैसी है।
कई मामले हो सकेंगे हल
इस हत्याकांड को शीघ्र हल करने के प्रयास में दिन-रात एक करने वाले अधिकारी इस बात को लेकर भी खासे उत्साहित हैं कि अगर पास्टर हत्याकांड के आरोपी उनकी गिरफ्त में आ जाते हैं तो राज्य के कई चर्चित हत्याओं से भी पर्दा उठ सकेगा।