Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 02:19 PM
सूफियां चौक के पास स्थित अमरसन पालिमर्स में आगजनी के चलते बिल्डिंग गिरने के कारण एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत होने के मामले में सी.एम. द्वारा दिए आदेशों के तहत डिवीजनल कमिश्नर वी.के. मीना ने बुधवार को जांच शुरू कर दी। उन्होंने पहले मौके पर पहुंच...
लुधियाना(हितेश/ऋषि): सूफियां चौक के पास स्थित अमरसन पालिमर्स में आगजनी के चलते बिल्डिंग गिरने के कारण एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत होने के मामले में सी.एम. द्वारा दिए आदेशों के तहत डिवीजनल कमिश्नर वी.के. मीना ने बुधवार को जांच शुरू कर दी। उन्होंने पहले मौके पर पहुंच कर बचाव कार्यों का जायजा लेने के बाद सी.एम.सी. अस्पताल में दाखिल घायलों से मुलाकात की और फिर विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ मीटिंग करके बिल्डिंग से जुड़ा रिकार्ड पेश करने के आदेश दिए।
यहां बताना उचित होगा कि सोमवार सुबह फैक्टरी के आग की चपेट में आने की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड कर्मी तो बचाव कार्य करने पहुंचे ही थे, फैक्टरी मालिक के करीबी भी मदद के लिए वहां जमा थे। लेकिन आग पर काफी हद तक काबू पाए जाने के बावजूद कुछ घंटे के भीतर ही एक धमाके के साथ गिरी बिल्डिंग मलबे के ढेर में तबदील हो गई। जिसमें करीब 25 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। उनमें से सिर्फ 2 ही जिंदा निकल पाए हैं और बाकी 13 की लाशें ही मिली हैं। इनमें भावाधस नेता लक्ष्मण द्रविड़, 6 फायर ब्रिगेड कर्मी व फैक्टरी के मुलाजिम भी शामिल हैं। इस जांच में यह पहलु चैक करने के लिए कहा गया है कि फैक्टरी की बिल्डिंग बनाने व कैमिकल स्टोर करने को लेकर फैक्टरी मालिक ने तय मापदंडों का पालन किया है या नहीं।
इसी तरह नियमों के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई करने की जगह लापरवाही बरतने के आरोपी अफसरों को भी न बख्शने की बात सी.एम. ने कही है। इसके तहत बुधवार को मौके पर पहुंचे डिवीजनल कमिश्नर वी.के. मीणा ने डी.सी. प्रदीप अग्रवाल, निगम कमिश्नर जसकिरण सिंह, डी.सी.पी. धु्रमन निंबले से सारी घटना की जानकारी हासिल की और वहां चल रहे बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए उनमें तेजी लाने के आदेश दिए। साथ ही मौके पर मौजूद पीड़ित परिवारों को भी भरोसा दिलाया कि मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इसी तरह उन्होंने घायल रोहित व सुनील के परिवारों को इलाज का सारा खर्च सरकार द्वारा उठाने की जानकारी भी दी। डिवीजनल कमिश्नर के मुताबिक जिस तरह फैक्टरी के धमाके के बाद गिरने की बात कही जा रही है। उससे यह आशंका पैदा होती है कि फैक्टरी में गैरकानूनी ढंग से कोई घातक कैमिकल स्टोर किया गया होगा। जिसकी पुष्टि के लिए बचाव कार्यों में लगे स्टाफ को मलबे के सैंपल लेने को कहा गया है जिनकी फोरैंसिक जांच करवाई जाएगी।