Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 03:21 AM
हाईवे सैक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने उसकी सरगना सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में सरगना के अतिरिक्त 2 महिलाएं व एक युवक भी है। देह-व्यापार का यह धंधा सिगरेट-बीड़ी के खोखे की आड़ में फल-फूल रहा था। इनके खिलाफ सलेम...
लुधियाना(महेश): हाईवे सैक्स रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने उसकी सरगना सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में सरगना के अतिरिक्त 2 महिलाएं व एक युवक भी है। देह-व्यापार का यह धंधा सिगरेट-बीड़ी के खोखे की आड़ में फल-फूल रहा था। इनके खिलाफ सलेम टाबरी थाने में इम्मोरल ट्रैफिकिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
इंस्पैक्टर अमनदीप सिंह बराड़ को खुफिया सूचना मिली थी कि जालंधर बाईपास के निकट सिगरेट-बीड़ी के खोखे की आड़ में धड़ल्ले से एक सैक्स रैकेट चल रहा है। रैकेट की सरगना विभिन्न जगहों से महिलाएं व युवतियां बुलाकर उन्हें ग्राहकों के आगे परोसती है। धंधे के लिए खोखे के पीछे सुनसान प्लाट को इस्तेमाल किया जाता है। यह रैकेट ड्राइवर, श्रमिक इत्यादि को अपना निशाना बनाता है। सूचना पुख्ता होने पर बराड़ ने पूरा मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में लाकर छापामारी करके आपत्तिजनक हालत में 4 आरोपियों को काबू कर लिया।
रैकेट की सरगना मूल रूप से जालंधर की बूटा मंडी की रहने वाली है, जोकि इस वक्त लाडोवाल के गांव रज्जोवाल में रह रही है। जबकि पकड़ी गई अन्य 2 महिलाओं में एक ग्यासपुरा व धूरी रेलवे लाइन इलाके की रहने वाली है। चौथे आरोपी की पहचान टिब्बा रोड, जय शक्ति नगर के हनी कुमार उर्फ हनी के रूप में हुई है। बराड़ ने बताया कि पूछताछ में महिलाओं ने खुलासा किया सरगना उन्हें अपने खोखे पर बुलाती थी। जिसके बाद अपने खोखे के पीछे सुनसान प्लाट की चारदीवारी के पीछे ग्राहकों के साथ भेज देती थी और बदले में 100 से 150 रुपए उन्हें देती थी, जबकि खुद ग्राहकों से 200 से 300 रुपए वसूलती थी। रैकेट में और भी कई महिलाएं व युवतियां शामिल हैं। अमनदीप ने बताया कि चारों आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
शाम ढलते ही सक्रिय हो जाते सैक्स वर्कर
जालंधर बाईपास के निकट दाना मंडी, सब्जी मंडी और उसके आसपास के इलाकों में भी देह-व्यापार का धंधा धड़ल्ले से पनप रहा है। शाम ढलते ही इन मंडियों में सैक्स वर्कर सक्रिय हो जाते हैं और वाहनों के साथ आए ड्राइवरों और श्रमिक को लुभाना शुरू कर देते हैं। जब ग्राहक पट जाता है तो उसे झाडिय़ों की आड़ व मंडी के सुविधाजनक कोने में ले जाते हैं। यह धंधा देर रात तक जारी रहता है। लोगों का कहना है कि इस बात का पता पुलिस को भी है लेकिन वह किस कारणवश हरकत में नहीं आ रही यह उनकी समझ से परे है।