Edited By Updated: 15 Dec, 2016 10:33 AM
जब आप स्कूल में पढ़ाओगे तो बच्चों को क्या सिखाओगे, कोई बात न माने तो टावर पर चढ़ जाएं, आत्महत्या कर लें?
चंडीगढ़ (बृजेन्द्र): ‘जब आप स्कूल में पढ़ाओगे तो बच्चों को क्या सिखाओगे, कोई बात न माने तो टावर पर चढ़ जाएं, आत्महत्या कर लें? अपनी जान से खिलवाड़ कर खुद व परिवार को क्यों दुख देते हो। अपने परिवार की जिम्मेदारी समझो।’ पंजाब सरकार द्वारा नौकरी दिए जाने के बाद जाकर टावर से उतरे ई.टी.टी. टीचर राकेश कुमार को जस्टिस एस.एस. सारों ने फटकार लगाते हुए केस की सुनवाई शुरू की। राकेश वीरवार को मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में पेश हुआ था। केस की सुनवाई के दौरान उसने कहा कि हमने इस कदम से पब्लिक को परेशान नहीं किया। पंजाब में काफी पढ़े-लिखे बेरोजगार हैं और नशे की ओर बढ़ रहे हैं। मैंने 2011 में टैस्ट पास किया था और अब 2016 में जाकर नौकरी मिली है। हमें यह कदम उठाने के लिए किसी ने नहीं भड़काया।
जस्टिस सारों ने कहा कि आपके टावर पर चढऩे के चलते स्थानीय पुलिस सुरक्षा में 24 घंटे लगी है। आपको पता है कि यह कदम उठाने के चलते आपराधिक केस भी दर्ज हो सकता है। सरकारी छुट्टी वाले दिन भी सरकारी शिक्षा विभाग ने आपके लिए काम किया और 333 नियुक्ति पत्र जारी किए।
सरकार ने बताया 768 कैंडीडेट्स की लिस्ट जारी कर देंगे
पंजाब सरकार के काऊंसिल ने जस्टिस सारों और जस्टिस लीजा गिल की खंडपीठ को बताया कि विभाग की तरफ से 768 टीचर्स की लिस्ट तैयार की गई है जिसे आज शाम या शुक्रवार सुबह तक अपलोड कर दिया जाएगा। इनमें 4500 टीचर्स भर्ती कैटेगरी में 522 टीचर्स हैं, जबकि 2005 की कैटेगरी में 246 टीचर्स हैं। वहीं कोर्ट ने जब पूछा कि क्या इन 768 में दीपक का नाम आ जाएगा तो सरकारी काऊंसिल ने कहा कि वह इसका आश्वासन नहीं देते क्योंकि यह लिस्ट 87 प्रतिशत वालों की है, जबकि एस.सी. कैटेगरी में आते दीपक के 85 प्रतिशत अंक हैं।