Edited By Updated: 12 Apr, 2017 12:13 PM
सरकारी अधिकारियों पर मोटी सेलरी मिलने के बाद भी रिश्वत लेने के आरोप आम ही लगते रहते है,पर पंजाब सरकार के नहरी विभाग से सेवामुक्त हुए एस.डी.ओ. राजिंदर पाल गोयल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर पेंशन 10 हजार रुपए कम करने की मांग की है।
चंडीगढ़ःसरकारी अधिकारियों पर मोटी सेलरी मिलने के बाद भी रिश्वत लेने के आरोप आम ही लगते रहते है,पर पंजाब सरकार के नहरी विभाग से सेवामुक्त हुए एस.डी.ओ. राजिंदर पाल गोयल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर पेंशन 10 हजार रुपए कम करने की गुजारिश की है। मोहाली के सेक्टर 70 में रहने वाले राजिंदर पाल ने पहला पत्र पिछले साल 5 दिसंबर को सी.एम. के साथ वित्त मंत्री, नहरी विभाग के प्रमुख सचिव चीफ इंजीनियर को भेजा था। इस संबंधी कार्रवाई न होने पर उन्होंने 5 अप्रैल को फिर रिमाइंडर भेजा। उन्होंने लिखा, 4 माह बीतने पर भी उनकी विनती पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब उनके इस पत्र को वित्त मंत्री ऑफिस ने कार्रवाई के लिए आगे भेज दिया है।
राजिंदर गोयल ने कहा, वो 30 नवंबर 2001 को नहरी महकमे की वर्कशॉप डिवीजन से सेवामुक्त हुए थे। उन्हें 34 हजार पेंशन मिलती है। अब वे 73 साल के हो चुके हैं। उन्हें इतने पैसे की जरूरत नहीं। इसलिए सरकार को पेंशन 10 हजार कम करने को कहा। उनके बेटे अशोक गोयल का प्रॉपर्टी डीलर का अच्छा कारोबार है। बेटी की शादी हो चुकी है। पत्नी दर्शन गोयल के साथ उनकी जिंदगी अच्छी गुजर रही है। वो अपना टाइम अब लोगों को डाइट चार्ट देने में बिताते हैं।
वहीं, सुनाम में उनकी सोसाइटी नेचर क्योर चेरिटेबल हॉस्पिटल भी चलाती है। जहां रियायती दरों पर लोगों का इलाज होता है। जहां आजकल हर कोई पैसे के पीछे भाग रहा है, ऐसे मौके पर वो पेंशन घटाने की गुजारिश कर रहे हैं, इस सवाल पर राजिंदर गोयल कहते हैं कि पैसे की कमी तो कभी पूरी नहीं हो सकती, इसलिए मैंने इच्छाएं ही घटा दी। धर्म ग्रंथों सत्संग से मुझे महसूस हुआ कि खुश रहने का सबसे बेहतर रास्ता त्याग ही है।