Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Oct, 2017 11:46 AM
केंद्र सरकार द्वारा लागू जी.एस.टी. के कारण रिवायती त्यौहारों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है व बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। पंजाब केसरी की टीम
रूपनगर(विजय): केंद्र सरकार द्वारा लागू जी.एस.टी. के कारण रिवायती त्यौहारों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है व बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। पंजाब केसरी की टीम ने रूपनगर के प्रमुख बाजारों का दौरा किया तो पाया कि बाजारों में बिल्कुल भी रौनक नहीं थी। दुकानदार खाली बैठे थे। करवाचौथ से पहले महिलाएं बाजार में चूडिय़ां, शृंगार का सामान लेने, मेहंदी लगाने और मिठाई आदि खरीदने में व्यस्त रहती थीं और बाजार से गुजरना मुश्किल हो जाता था लेकिन अब बाजारों में रौनक नाम की कोई चीज नहीं है।
लोगों का कहना है कि पहले नोटबंदी और फिर जी.एस.टी. के चलते व्यापार मंदी की ओर बढ़ रहा है। प्रताप बाजार में एक मेहंदी वाले गणेश ने कहा कि पहले करवाचौथ पर मेहंदी लगवाने के लिए कुछ दिन पहले से ही महिलाएं अपनी बारी की प्रतीक्षा करती थीं लेकिन अब ऐसा नहीं है। लगता है आधे से भी कम महिलाएं बाजार में निकली हैं जबकि कल करवाचौथ का पवित्र त्यौहार है।
इसके साथ ही मेन बाजार के दुकानदार सतीश विज ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल बाजार काफी मंदा है। महिलाएं बहुत कम खरीदारी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि छोटा दुकानदार जी.एस.टी. नंबर नहीं ले पाता जिस कारण उसे बड़े व्यापारी से सामान खरीदने में भारी दिक्कत आती है। मार्कीट में सारा सामान पिछले साल के मुकाबले महंगा आ रहा है और ग्राहक सामान कम खरीद रहे हैं।