Edited By Updated: 09 Dec, 2016 04:44 PM
बुढलाडा ग्रामीण विधानसभा हलका होने कारण इस क्षेत्र के अधीन बरेटा, बोहा नगर पालिका और नगर पंचायत कायम है। इस हलके में हमेशा
भटिंडाः बुढलाडा ग्रामीण विधानसभा हलका होने कारण इस क्षेत्र के अधीन बरेटा, बोहा नगर पालिका और नगर पंचायत कायम है। इस हलके में हमेशा मुकाबला अकाली दल और कांग्रेस पार्टी में रहा है। पिछली 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार सतपाल मूलेवाला को हराकर अकाली दल के चतिन्न सिंह समायो विधायक बने।
विधायक का दावा
विधायक चतिन्न सिंह समायो का कहना है कि 100 सालों में अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार ने विकास की झड़ी लगा दी। हर गांव मोहल्ले में करोड़ों रुपए की ग्रांटें खर्च करके विकास किया। रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण , तकनीकी कालेज बरेटा, सब-तहसील की इमारत का निर्माण, आदर स्कूल बोहा, दातेवास, 100 प्रतिशत सीवरेज, पीने वाले पानी की व्यवस्था, बुढलाडा बस स्टैंड का निर्माण, 6 नए कोर्ट कॉम्पलैक्स, एस.डी.एम. के दफ्तर कॉम्पलैक्स की इमारत, 7 जिला जे.बी.टी. डायट इमारत का निर्माण।
मुख्य मुद्दे
शूगर मिल को बंद करना, गोबिंदपुरा थर्मल प्लांट का न लगना
शहर में ग्रीन पार्क का न होना
ट्रैफिक समस्या अस्त-व्यस्त
बरसाती पानी के निकास का योग्य प्रबंध न होना
भीखी रोड के लोगों के लिए पीने वाले पानी की समस्या
400 सालों से रेलवे रोड का विकास न होना
शहर की मुख्य सड़कों का बुरा हाल
गौड़ पार्क का निर्माण
वाटर वक्र्स का सुधार न होना
शहर के 2 श्मशानघाट को जाने के लिए रास्ता नहीं
करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद सीवरेज व्यवस्था फेल
शहर में कोई ग्रीन पार्क का न होना
शहर में महिलाओं के लिए शौचालयों की कमी
बोहा बस स्टाप का निर्माण न होना
दावों की खुली पोल
हकीकत यह है कि अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं और अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। शहर में 1972 से लेकर सबसे बड़ा मामला बरसाती पानी की निकासी का ठीक प्रबंध न करना है। इससे रेलवे रोड, चौड़ी गली, अनाज मंडी एरिया, बस स्टैंड रोड, कालेज रोड बुरी तरह प्रभावित होते हैं। अब तक समस्या का हल नहीं हुआ, दावे चाहे कितने भी हो आज तक रेलवे रोड का विकास न हो सका। वहां बेरोजगारी में अथाह विस्तार हुआ है। शूगर मिल को बंद करना और गोङ्क्षबदपुरा थर्मल प्लांट की स्थापना न होने के कारण बेरोजगारी का सबसे बड़े मुद्दों की तलवार लटक रही है।