Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 03:40 PM
पिछले लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्दी बने गैंगस्टर हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ जिंदर उर्फ विक्की गौंडर (27) के एनकाउंटर के बाद से उसका गांव सरावा बोदला पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। गांव के सभी रास्तों पर पुलिस की नाकाबंदी है। बिना चैकिंग किसी...
लंबीःपिछले लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्दी बने गैंगस्टर हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ जिंदर उर्फ विक्की गौंडर (27) के एनकाउंटर के बाद से उसका गांव सरावा बोदला पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। गांव के सभी रास्तों पर पुलिस की नाकाबंदी है। बिना चैकिंग किसी वाहन को गांव में जाने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस ने गौंडर के घर को भी पूरी तरह से घेर रखा है।
वहीं गौंडर की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। उसकी मां ने रोते-रोते बस इतना ही कहा 'पुत मरिया मेरा दुख तां हुंदै मरे दा, पर सानू पता सी आह कम्म तां होणा ही सी। जदों ओहदे कम्म इ ऐदां दे सी। वहीं गौंडर की छोटी बहन सरबी ने पुलिस पर धक्केशाही का आरोप लगाया । उसने कहा कि वह उसे पकड़ सकती थी, लेकिन जानबूझ कर उसकी हत्या की गई। पिता महिल सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बेटे की हत्या की कोई सूचना नहीं दी। सोशल मीडिया से उन्हें सवा 6 बजे मौत की खबर मिल चुकी थी। रात सात बजे ही पुलिस ने गांव आ गई और घर को घेर लिया।
अपराध की दुनिया में जाने के बाद से गौंडर दो-दो साल बाद ही गांव आता था, लेकिन फोन पर परिवार से बात करता रहता था। नाभा जेल ब्रेक के बाद से वह न तो कभी गांव सरावा बोदला आया और न परिवार में कभी किसी को फोन किया। जब गौंडर कहीं कोई अपराध करता था तो पुलिस उसके परिवार के सदस्यों को हिरासत में ले लेती थी। परिवार के सदस्यों को हफ्ता भर हवालात में रखा जाता था।