Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 03:34 PM
पंजाब में हिंदू नेताओं की हत्या करने वाले व अन्य वारदातों को अंजाम देने वाले गैंगस्टरों का डर आम लोगों के साथ-साथ सरकार के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। यही माहौल कुछ वर्ष पहले महाराष्ट्र में था, जिस कारण वहां मकोका एक्ट पास किया गया। ‘मकोका’ की...
बठिंडा(विजय): पंजाब में हिंदू नेताओं की हत्या करने वाले व अन्य वारदातों को अंजाम देने वाले गैंगस्टरों का डर आम लोगों के साथ-साथ सरकार के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। यही माहौल कुछ वर्ष पहले महाराष्ट्र में था, जिस कारण वहां मकोका एक्ट पास किया गया। ‘मकोका’ की तर्ज पर ही अब पंजाब में ‘पकोका’ लगाने की तैयारियां चल रही हैं। ‘पकोका’ एक ऐसा एक्ट है, जो न सिर्फ पुलिस को मजबूती बख्शेगा, बल्कि गैंगस्टरों के गले की फांस भी बनेगा, क्योंकि गैंगस्टर या नजदीक वाले आरोपी को भी ‘पकोका’ लगने का डर रहेगा। जिला बठिंडा में गैंगस्टरों की वारदातें कुछ खास नहीं, जबकि मानसा में तो मुश्किल से एक ही गैंगस्टर है।
क्या लाभ होगा ‘पकोका’ का
पहले गैंगस्टरों या अपराधी किस्म के लोगों को पैसा या राजसी लोग आसानी से बचा लेते थे, परन्तु अब इस पर लगाम लगेगी। बहुत से अपराधी पैसा या राजसी शक्तियों का सहारा लेकर बच निकलते थे व पुलिस कुछ नहीं कर सकती थी, परन्तु अब पुलिस सख्ती से काम कर सकेगी।
क्या है ‘पकोका’
‘पकोका’ का मतलब है ‘पंजाब कंट्रोल आफ आर्गेनाइजेशन क्राइम एक्ट’ जोकि पुलिस के हाथ मजबूत करेगा और यह शरारती तत्वों पर नकेल कसने के लिए भी जरूरी हो गया है। ‘पकोका’ के तहत पुलिस को अधिकार होगा कि वह किसी भी गैंगस्टर को 2 वर्ष तक नजरबंद रख सकती है। पुलिस को गैंगस्टर का रिमांड भी आसानी से मिल सके गा। गैंगस्टरों या अन्य गंभीर जुर्म करने वाले उन व्यक्तियों पर ‘पकोका’ एक्ट लग सकेगा, जोकि समाज के लिए एक खतरा बन चुके हैं या बन सकते हैं।
पंजाबी गायक भी गैंगस्टरों को हीरो बनाना बंद करें : गायक शम्मी
गायक शमशेर शम्मी ने बताया कि गैंगस्टरों को समाज में नहीं बल्कि लोगों के मनों से खत्म करने की जरूरत है, क्योंकि जब तक पंजाबी गायक इन गैंगस्टरों को हीरो बनाकर पेश करेंगे तब तक ‘पकोका’ या कोई अन्य कानून आरोपियों का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। सरकार को गैंगस्टर बने या जुर्म की दुनियां में धकेले गए युवाओं को मुख्य धारा में लाने के लिए भी कोई कानून बनना चाहिए।
बठिंडा में सबसे अधिक गैंगस्टर मारे गए पुलिस मुकाबलों में
पिछड़े 5 वर्षों के दौरान गैंगस्टरों के संबंध में 18 मामले दर्ज हुए हंै, जिनमें 6 मामले तो उन व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किए गए, जिन्होंने आरोपियों को पनाह दी। इसके अलावा जिन गैंगस्टरों का एनकाऊंटर किया गया या फिर गिरफ्तार किए गए उनके संबंध में भी मामले दर्ज हुए हैं।
हर गैंगस्टर पर एक पुलिस पार्टी तैनात रहती है
जिला बठिंडा के एस.एस.पी. ने बताया कि वह हर गैंगस्टर पर पूरी नजर रखते हैं फिर भले वह शांत ही क्यों न बैठा हो। हर व्यक्ति पर एक टीम तैनात रहती है, जिसका नेतृत्व एक जी.ओ. करता है। संबंधित व्यक्ति की हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है।
बठिंडा में कुल 27 गैंगस्टर, 11 जेलों में
जिला बठिंडा की 11 जेलों में कुल 27 गैंगस्टर हैं जिनमें अधिकर शांत हैं। पुलिस गैंगस्टरों को वारदातों व जुर्मों के अनुसार विभिन्न कैटागिरीज में बांटकर रखती है। जैसे कि ‘ए’ कैटागिरी में अधिक खतरनाक गैंगस्टरों को शामिल किया जाता है।