Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 02:13 PM
चूरा-पोस्त की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए फ्रूट कारोबारियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि जे. एंड के. कुछ किसान फसल की आड़ में अफीम की खेतीबाड़ी करते हैं और उन्होंने उनसे ही चूरा-पोस्त खरीदी थी, जो वे सेब की पेटियों में भर कर पंजाब में आए...
लुधियाना(महेश): चूरा-पोस्त की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किए गए फ्रूट कारोबारियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि जे. एंड के. कुछ किसान फसल की आड़ में अफीम की खेतीबाड़ी करते हैं और उन्होंने उनसे ही चूरा-पोस्त खरीदी थी, जो वे सेब की पेटियों में भर कर पंजाब में आए थे।
ए.सी.पी. रमनदीप सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपियों ने यह चूरा-पोस्त कश्मीर के कुछ किसानों से खरीदी थी, जोकि चोरी छिपे अफीम की खेती करते हैं। इनमें से कुछ किसान अपने इस्तेमाल के लिए खेती करते हैं, जबकि कुछ किसान आगे बेचने के लिए करते हैं। इन्होंने 2600 रुपए प्रति किलो के हिसाब से चूरापोस्त उनसे खरीदा था और यहां 4000 से 5000 रुपए बेचनी थी। भूल्लर ने बताया कि आरोपी पहले बार पुलिस की पकड़ में आए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है।
मालूम हो कि सदर की पुलिस ने 2 फ्रूट कारोबारियों वसीम मोहम्मद लोन (32) व बिलाल मोहम्मद लोन (26) को 3 दिन पहले गांव झांडे से गिरफ्तार किया था। जिनकी निशानदेही पर फू्रट की पेटियों में 106 किलो चूरापोस्त बरामद हुई थी। इनमें से कुछ पेटियां इन्होंने किसान कोल्ड स्टोर में रखी हुई थीं।