Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 11:10 AM
जीरकपुर निवासी महिला ट्रैवल एजैंट द्वारा अपने साथियों से कथित मिलीभगत करके 4 युवकों को दुबई व सिंगापुर भेजने के नाम पर 4 लाख रुपए की ठगी मारने का मामला सामने आया है।जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में नीरज कुमार निवासी कच्चा दोसांझ रोड...
मोगा (आजाद): जीरकपुर निवासी महिला ट्रैवल एजैंट द्वारा अपने साथियों से कथित मिलीभगत करके 4 युवकों को दुबई व सिंगापुर भेजने के नाम पर 4 लाख रुपए की ठगी मारने का मामला सामने आया है।जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में नीरज कुमार निवासी कच्चा दोसांझ रोड मोगा ने कहा कि वह सेल्जमैन का काम करता है और विदेश जाने का चाहवान था।
उसे किसी दोस्त ने बताया कि गलफ मैन पावर बालाजी एनक्लेव पटियाला रोड जीरकपुर पर मैडम जसविन्द्र कौर विदेश भेजने का काम करती है। इस पर उसने उनसे संपर्क किया। उसने उससे कहा कि वह उसे 2 साल के वर्क परमिट के आधार पर सिंगापुर भेज देंगी, जिस पर 4 लाख 50 हजार रुपए खर्च आएगा और 20 दिनों में तुम्हारा वीजा आ जाएगा।
इसके बाद कथित आरोपी ट्रैवल एजैंट जसविन्द्र कौर, उसका बेटा कमलजीत सिंह उर्फ प्रिंस, मैडम अर्चना जो उसके पास काम करती है तथा जगदेव सिंह मोगा आए, जिनको मैंने 30 मई को अपना पासपोर्ट तथा 1 लाख रुपए दे दिए। इसके कुछ दिन बाद ही उसके दोस्त अजीतपाल सिंह, जसप्रीत सिंह तथा विलीयम मसीह जो विदेश जाना चाहते थे, उन्होंने भी मैडम जसविन्द्र कौर से बात की। उसने कहा कि वह तीनों को दुबई वर्क परमिट के आधार पर भेजेंगे। एक लाख रुपए प्रति व्यक्ति खर्च आएगा, जिस पर मेरे दोस्तों ने भी उन्हें अपने पासपोर्ट तथा 3 लाख रुपए दे दिए।
उक्त महिला ट्रैवल एजैंट ने विलीयम मसीह को 20 तथा जसप्रीत सिंह को 22 जुलाई को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेज दिया, जबकि उन्होंने कंपनी इम्प्लायमैंट वीजा पर भेजने की बात की थी। दोनों दुबई पहुंच गए लेकिन 2 दिन बाद उन्हें लेने के लिए जगदेव सिंह आया और एयरपोर्ट से बाहर निकालकर ले गया और उनको किसी काम पर नहीं लगाया गया, जिससे वे वहां परेशान हो रहे हैं।
अब वे दोनों किसी दोस्त के पास रहने को मजबूर हैं। जब उसने उक्त महिला ट्रैवल एजैंट से बात की और कहा कि वह उक्त युवकों को वापसी की टिकटें भेज दे ताकि वे इंडिया आ सकें लेकिन वह टाल-मटोल करने लगी। इस तरह कथित आरोपियों ने उसे न तो सिंघापुर भेजा और न ही उसके पैसे वापस किए और इसी तरह उसके 2 दोस्तों को दुबई भेजा और वह धक्के खाने को मजबूर हैं, जबकि तीसरे दोस्त अजीतपाल सिंह को भी दुबई नहीं भेजा। सभी के पैसे हड़प लिए तथा हमारे पासपोर्ट भी वापस नहीं किए। इस तरह हमारे साथ उक्त सभी ने कथित मिलीभगत करके धोखाधड़ी की है।