Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 02:42 AM
गांव सिद्धूवाल के किसान रघुवीर सिंह द्वारा आत्महत्या करने के बाद आज परिवार वालों की तरफ से सरकारी राजिंद्रा अस्पताल की मोर्चरी में सुबह ....
पटियाला(बलजिन्द्र): गांव सिद्धूवाल के किसान रघुवीर सिंह द्वारा आत्महत्या करने के बाद आज परिवार वालों की तरफ से सरकारी राजिंद्रा अस्पताल की मोर्चरी में सुबह लाश लेने से इंकार कर दिया गया और पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। परिवार वालों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन के नेता और भाजपा नेता अजय गोयल भी मौके पर पहुंच गए।
11 लाख रुपए की हुई थी धोखाधड़ी
परिवार वालों का आरोप था कि यदि पुलिस द्वारा समय रहते कार्रवाई कर दी जाती तो रघुवीर सिंह को आत्महत्या करने की नौबत न आती। परिवार वालों ने बताया कि राजपुरा के सीमैंट स्टोर के मालिक और उसकी पत्नी ने व्यापार में सांझेदारी के नाम पर 11 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। इसकी शिकायत एस.एस.पी. पटियाला से की गई तो एस.एस.पी. पटियाला ने जांच ई.ओ. विंग को मार्क कर दी, जिन्होंने रिपोर्ट बना कर एस.एस.पी. दफ्तर को 2 महीने पहले भेज दी थी परंतु एस.एस.पी. दफ्तर की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे परेशान होकर रघुवीर सिंह ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस के भरोसे के बाद परिवार वाले संस्कार करने के लिए हुए राजी
दूसरी तरफ थाना बख्शीवाल के एस.एच.ओ. गुरनाम सिंह ने परिवार वालों को भरोसा दिया कि जिन व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत की गई थी, उनके खिलाफ हर हाल में केस दर्ज किया जाएगा। पुलिस के भरोसे के बाद परिवार वाले संस्कार करने के लिए राजी हो गए।
रघुवीर सिंह की मौत के लिए पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार जिम्मेदार
परिवार वालों ने कहा कि रघुवीर सिंह की मौत के लिए पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार जिम्मेदार है। परिवार वालों ने बताया कि राजपुरा के सीमैंट स्टोर के मालिक की तरफ से जो पैसे लिए गए थे वह चैक के द्वारा अकाऊंट में से दिए गए थे। इसके बाद जब पैसे वापस मांगे गए तो दोनों ने चैक भर कर दिए परंतु जब खाते में गए तो वहां कोई पैसा नहीं था। वापस मांगने पर दोनों पति-पत्नी ने कहा कि वे पैसे वापस नहीं करेंगे जो करना है कर लें। इधर वे धमकी दे रहे थे और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी, जिससे परेशान होकर रघुवीर सिंह ने आत्महत्या कर ली।