Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 04:10 PM
दशहरा पर्व के पावन अवसर पर शहर में अनेक स्थानों पर अहंकार के प्रतीक रावण, मेघनाद व कुम्भकर्ण के पुतले अग्नि भेंट किए गए। गगनभेदी जयकारों के बीच जैसे ही भगवान श्री राम द्वारा
फगवाड़ा (जलोटा): दशहरा पर्व के पावन अवसर पर शहर में अनेक स्थानों पर अहंकार के प्रतीक रावण, मेघनाद व कुम्भकर्ण के पुतले अग्नि भेंट किए गए। गगनभेदी जयकारों के बीच जैसे ही भगवान श्री राम द्वारा सभा स्थलों पर आयोजित की गई रामलीला दौरान रावण का वध किया गया तो पूरा वातावरण जय श्री राम के जयघोषों से गूंज उठा।
मिली जानकारी के अनुसार शहर में घनी आबादी वाले इलाके निमांवाला चौक में दशहरा पर्व पूर्ण हर्षोल्लास के साथ एकता कला मंच फगवाड़ा द्वारा समूह श्री राम भक्तों को संग लेकर परम्परागत श्रद्धा-भाव के साथ मनाया गया। इस दौरान मुख्यातिथि के रूप में पधारे सीनियर कांग्रेसी नेता सुनील पराशर ने कहा कि अहंकार सदैव पराजित हुआ है और हमेशा होगा। उन्होंने कहा कि रावण महान ज्ञानी था, लेकिन उसका अहंकार ही उसकी मृत्यु का कारण बन गया। इस अवसर पर बी.एस. धालीवाल (एडिशनल ए.टी.सी. पंजाब), एड. लोकेश नारंग, अगम पराशर, रामपाल उप्पल (पार्षद), पद्मदेव सुधीर (निक्का), नरेश भारद्वाज, विनोद वरमानी व कैलाश शर्मा सहित अनेक गण्यमान्य मौजूद थे।
इसी तर्ज पर दशहरा पर्व के मौके पर होशियारपुर रोड पर नई दाना मंडी के इलाके में भी खूब रौनक देखने को मिली। इस मौके पर आयोजित किए गए दशहरा पर्व के मौके पर आयोजकों द्वारा रावण, मेघनाद व कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन किया गया। श्री हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रांगण में श्री कौमी सेवक रामलीला त्यौहार कमेटी की ओर से दशहरा पर्व मनाया गया। इस दौरान प्रधान अरुण खोसला सहित अनेक गण्यमान्यों ने पूर्ण मर्यादा के साथ हिस्सा लिया।
तदोपरांत रावण के पुतले को अग्रि भेंट किया गया। दशहरा पर्व स्थानीय मेहली गेट इलाके में स्थित प्राचीन तीर्थ श्री शिव मंदिर तालाब अरोडिय़ां, जे.सी.टी. मिल क्षेत्र व बाबा गद्दिया सहित कई अन्य स्थानों पर भारी हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने की सूचनाएं मिली हैं।