Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Aug, 2017 11:45 AM
जिला मैजिस्ट्रेट के आदेशों पर मोगा में लगे कफ्र्यू दौरान पुलिस की लापरवाही के चलते गत रात कर्फ्यू के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ती नजर आईं। हैरानी की बात तो यह है कि कुछ लोगों द्वारा समूचा......
मोगा (ग्रोवर/आजाद): जिला मैजिस्ट्रेट के आदेशों पर मोगा में लगे कफ्र्यू दौरान पुलिस की लापरवाही के चलते गत रात कर्फ्यू के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ती नजर आईं। हैरानी की बात तो यह है कि कुछ लोगों द्वारा समूचा मामला डिप्टी कमिश्नर दिलराज सिंह तथा एस.एस.पी. राजजीत सिंह हुंदल के ध्यान में लाए जाने के बावजूद पुलिस कफ्र्यू दौरान सरेआम सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज करने से कन्नी कतराती नजर आई।
जिक्रयोग्य है कि शहर के टाऊन हाल क्लब के बाहर कुछ व्यक्ति कार में बैठकर शराब पी रहे थे जिनको थाना सिटी-1 की पुलिस ने काबू किया था। पकड़े गए व्यक्तियों में टाऊन हाल क्लब का एक पदाधिकारी भी शामिल बताया जाता है लेकिन पुलिस ने इन पर कार्रवाई किए बिना ही इन्हें छोड़ दिया।
पुलिस कार्रवाई का दोहरा चेहरा आया सामने
एक तरफ जहां कफ्र्यू दौरान सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने वाले व्यक्तियों को तो निजी जिम्मेदारी पर चुपचाप ही घरों को भेज दिया गया, वहीं दूसरी तरफ कफ्र्यू दौरान कार पर जा रहे व्यक्ति नितिन गुप्ता निवासी बैंक कालोनी मोगा के खिलाफ कफ्र्यू की उल्लंघना करने के आरोपों के तहत अ.ध. 188 के तहत थाना सिटी में मामला दर्ज कर उसको गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस प्रशासन की इस दोहरी भूमिका वाली कार्रवाई की शहर में काफी चर्चा है।
क्या कहना है थाना प्रभारी का
इस संबंधी आज जब थाना सिटी-1 के प्रभारी गुरप्रीत सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि कथित आरोपियों को निजी जिम्मेदारी पर छोड़ा गया है तथा समूचा मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में है।