Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 03:53 PM
वे कौन थे जिन्होंने दिन-दिहाड़े शहर की सबसे आलीशान कालोनी में एक बुजुर्ग महिला को मौत की नींद सुला दिया, यह सवाल आज भी उतना ही अनसुलझा है जितना करीब 4 महीने पहले फगवाड़ा की हरगोबिन्द नगर की कोठी नंबर 472 में दिन-दिहाड़े सुरिन्द्र कौर की हुई नृशंस...
फगवाड़ा(जलोटा): वे कौन थे जिन्होंने दिन-दिहाड़े शहर की सबसे आलीशान कालोनी में एक बुजुर्ग महिला को मौत की नींद सुला दिया, यह सवाल आज भी उतना ही अनसुलझा है जितना करीब 4 महीने पहले फगवाड़ा की हरगोबिन्द नगर की कोठी नंबर 472 में दिन-दिहाड़े सुरिन्द्र कौर की हुई नृशंस हत्या के समय था जबकि पुलिस जल्द हत्यारों के सलाखों के जल्द पीछे होने का दावा कर रही है। उक्त हत्याकांड पुलिस फाइलों में अनट्रेस है और यह राज ही है कि आखिर हत्या की वजह क्या थी और वे कौन हत्यारे हैं जो फुलप्रूफ ढंग से अतिव्यस्त इलाके में खुलेआम हत्या कर चम्पत हो गए।
लूट नहीं तो क्या था हत्या का कारण !
इस कड़ी में सबसे बड़ा सवाल यह बना हुआ है कि यदि मृतका सुरिन्द्र कौर की हत्या लूटपाट करने के मनोरथ से नहीं हुई है तो क्यों की गई थी। क्राइम सीन पर यह तथ्य जगजाहिर रहा है कि यदि हत्यारे लुटेरे होते तो घर में पड़े कीमती सामान पर हाथ साफ कर जाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इसकी पुष्टि शीर्ष पुलिस सूत्रों ने भी दबी जुबान में की है कि उक्त हत्याकांड को लूट के मनोरथ के दौरान अंजाम नहीं दिया गया है।
परिचित हो सकते हैं हत्यारे
दूसरा अहम पहलू यह बना है कि मृतका सुरिन्द्र कौर हर हालत में उन हत्यारों को पहचानती थी क्योंकि यदि वे हत्यारे अंजान होते तो वह उनके लिए अपने घर का मेन दरवाजा और फिर अंदर का दरवाजा नहीं खोलती। इलाके के लोग भी निरंतर दावा कर रहे हैं कि मृतका हमेशा जांच-परख करने के बाद ही अपने घर में किसी को आने देती थी, ऐसे में यदि हत्यारे मृतका के परिचित रहे हैं तो वो कौन हैं?
किसी ने क्यों नहीं सुनी चीखें और कैसे भाग गए आरोपी?
तीसरा और सबसे अहम लूप यह बना है कि जब मृतका की बेरहमी से हत्या की गई तो उसकी चीखें किसी को सुनाई क्यों नहीं दी और आखिर वो कौन सा सेफ रास्ता रहा है जिसका प्रयोग कर हत्यारे दिन-दिहाड़े सबकी नजरों से बचकर इतनी घनी आबादी वाले इलाके से हत्याकांड को अंजाम देकर खिसक गए हैं? ऐसा तब है जब सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि पहले अज्ञात हत्यारों ने इलाके की बारीकी से रैकी की थी, यानी सबकुछ योजना के मुताबिक अंजाम दिया गया है।
दूसरी ओर पुलिस सूत्रों ने फिर दावा किया है कि हत्याकांड को लेकर इन सभी पहलुओं को गंभीरता से जांच के दायरे में लाया जा रहा है और आरोपी हत्यारे जल्द जेल की सलाखों के पीछे होंगे लेकिन दावों की सच्चाई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उक्त हत्याकांड में शामिल एक भी हत्यारे को गिरफ्तार करना तो दूर पुलिस तंत्र आज तक पहचान नहीं ढूंढ सका है।
कुछ अहम लीड्स पर काम कर रही है पुलिस
एस.एस.पी. :एस.एस.पी. कपूरथला संदीप शर्मा ने पंजाब केसरी से वार्तालाप करते हुए कहा है कि उक्त हत्याकांड की जांच फगवाड़ा पुलिस द्वारा की जा रही है लेकिन अभी कुछ भी ठोस उभरकर सामने नहीं आया है। हालांकि हत्याकांड को लेकर पुलिस को नए सिरे से अहम लीड्स मिली हैं जिन्हें आधार बना अब जांच की जा रही है। हत्यारों की पहचान कर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे किया जाएगा। हत्याकांड को जल्द से जल्द सुलझाने हेतु वह आज ही फगवाड़ा पुलिस को निर्देश जारी करेंगे।