Edited By Updated: 22 May, 2017 08:59 AM
पूर्व मंत्री और हलका मजीठा के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार में गरीब दलितों पर कांग्रेसियों द्वारा सरेआम अत्याचार किया जा रहा है और पुलिस आरोपियों पर कोई कार्रवाई करने की जगह उल्टा दलित परिवारों को ही धमका रही है।
अमृतसर (संजीव) : पूर्व मंत्री और हलका मजीठा के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार में गरीब दलितों पर कांग्रेसियों द्वारा सरेआम अत्याचार किया जा रहा है और पुलिस आरोपियों पर कोई कार्रवाई करने की जगह उल्टा दलित परिवारों को ही धमका रही है। वहीं मजीठिया ने एक फोटो सार्वजनिक की है, दावा किया गया है कि ये वही शख्स ने जिसने मजीठिया पर जूता फैंका था।
उन्होंने पीड़ितों को न्याय देने के लिए अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर इस दौरान इन्हें न्याय नहीं मिला तो वह 22 मई को जालंधर में पार्टी पदाधिकारियों से बैठक कर अगले दिन डी.जी.पी. से मिलेंगे और वह तथा समूचा शिरोमणि अकाली दल कांग्रेसियों के अत्याचार के पीड़ित दलित परिवारों को न्याय मिलने तक चुप नहीं बैठेंगे।
मजीठिया ने आज यहां शिअद के माझा क्षेत्र के इंचार्ज जत्थेदार अजीत सिंह कोहाड़ के नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल जिला देहाती और शहरी की आयोजित बैठक में कहा कि कल मजीठा में ए.डी.जी.पी. (अमन कानून) रोहित चौधरी की मौजूदगी में जो पुलिस-पब्लिक मीटिंग बुलाई गई थी उसकी पहले कतार में बैठे कांग्रेस से संबंधित कुंदन सिंह अब्दाल, बलविन्द्र सिंह (बंब) मरड़ी, रणजीत सिंह पति पंधेर आदि कथित रूप से दर्जनों अपराधी किस्म के लोग बैठे हुए थे जिन पर किसी न किसी संगीन जुर्म में शामिल होने के सबूत उन्होंने पत्रकारों से सामने पेश किए। अकाली नेताओं ने कहा कि दलितों को न्याय के लिए राष्ट्रीय एस.सी. कमीशन, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और सिखी स्वरूप की बेअदबी के लिए जत्थेदार अकाल तख्त तक पहुंच की जाएगी।
लोमड़ी नहीं ते की बागड़ बिल्ला हैं!
पूर्व कैबिनेट मंत्री और अकाली विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने मजीठा में कांग्रेस इंचार्ज सुखजिन्द्र राज सिंह लाली मजीठिया के इस बयान पर कि मैं लोमड़ी नहीं पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अगर तू लोमड़ी नहीं तो क्या बागड़ बिल्ला है। उन्हें नहीं पता की लाली को लोमड़ी न होने का सबूत क्यों देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गत दिवस मजीठा में पुलिस-पब्लिक मीटिंग नहीं बल्कि पुलिस-कांग्रेस की मीटिंग हुई थी।
मजीठिया की गीदड़ भभकियों से डरने वाला नहीं : लाली पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वक्ता सुखजिन्द्र राज लाली मजीठिया में शाब्दिक जंग तेज हो गई है।
लाली मजीठिया ने जिला कांग्रेस कमेटी देहाती के दफ्तर में प्रैस कांफ्रैंस दौरान कहा कि विक्रम सिंह मजीठिया बौखलाहट में आकर झूठ बोल रहा है। उसकी किसी भी बात में जरा भी सच्चाई नहीं है। उस पर किसी भी कांग्रेसी ने जूता नहीं फैंका और न ही किसी कांग्रेसी ने उसके विरुद्ध कोई नारेबाजी की है। वास्तव में बिक्रम मजीठिया के विरुद्ध गत दिवस जो कुछ भी हुआ है वह सब उसके अपने आदमियों की रची हुई साजिश थी। ऐसा करके बिक्रम हीरो बनना चाहता था परन्तु जीरो बन कर रह गया।
लाली मजीठिया ने फिर दोहराया कि विक्रम पर जो भी हमला हुआ है वह 10 वर्षों के सताए हुए लोगों ने किया है। इन लोगों के साथ कांग्रेस का कोई संबंध नहीं है। उसने कहा कि वह ऐसी किसी भी घिनौनी साजिश का हिस्सा नहीं हो सकते, वह हमेशा छुप कर नहीं आमने-सामने की लड़ाई लडऩे वालों में से हैं। उन्होंने कहा कि बिक्रम जिन्हें अपराधी बता रहा है, वे बिक्रम सिंह मजीठिया के सताए वे लोग हैं जिन पर एक नहीं 22-22 झूठे पर्चे दर्ज करवाए गए थे जिन्हें माननीय अदालत ने बरी कर दिया था। उन्होंने कहा कि मजीठिया से उनको जान को खतरा है।
एस.सी. कमिशन ने लिया दलितों पर अत्याचार का नोटिस
मजीठा में जिस दलित के बारे में बिक्रम सिंह मजीठिया ने पुलिस-पब्लिक मीटिंग दौरान मुद्दा उठाया था, उसका एस.सी. कमिशन ने पीड़ित परिवार से मिल कर नोटिस ले लिया है। एस.सी. कमीशन के मैंबर तरसेम सिंह स्यालका ने बताया कि 10 दिनों में रिपोर्ट मांगी गई है, जो भी दोषी हुआ चाहे उसका किसी भी पार्टी के साथ संबंध होगा, बख्शा नहीं जाएगा।