Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Mar, 2018 05:08 PM
हवाएं खिलाफ थी लेकिन हौसले ने बना दिया 16 वर्ष की दीक्षा को रेसलर। बताया जा रहा है कि दीक्षा 10वीं क्लास की परीक्षा छोड़कर अब राष्ट्रीय स्तरीय रेसलिंग चैंपियनशिप खेलेगी।
दीनानगरः हवाएं खिलाफ थी लेकिन हौसले ने बना दिया 16 वर्ष की दीक्षा को रेसलर। बताया जा रहा है कि दीक्षा 10वीं क्लास की परीक्षा छोड़कर अब राष्ट्रीय स्तरीय रेसलिंग चैंपियनशिप खेलेगी। बात करते है दीनानगर के गांव अवांखा की रहने वाली 16 वर्षीय दीक्षा की जिसमें रेसलिंग की अद्भुत प्रतिभा है। इस प्रतिभा की राह रोके खड़ी थी प्रतिकूल परिस्थितियां जो उसे आगे बढ़ने से रोक रही थी। इन परिस्थितियों में यूं कहना बाजीव होगा कि परवान चढ़ने को बेताब प्रतिभा के लिए हवाएं खिलाफ थी परंतु, हौसला मजबूत था। इसी हौसले ने दीक्षा को रेसलिंग जैसे लोकप्रिय खेल का बेताज बादशाह बना दिया। कड़ी मेहनत के चलते 4 मार्च 2018 को पंजाब स्तरीय बठिंडा में आयोजित हुई रेसलिंग चैंपियनशिप में दीक्षा ने गोल्ड मैडल हासिल किया और अब वह अपने अच्छे प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय रेसलिंग चैंपियनशिप, जो 12 से 15 मार्च को पुणे में आयोजित होने वाली है, के लिए चुनी गई है और उसमें जीत हासिल करने के कड़ी मेहनत करने में जुटी हुई है।
दीक्षा ने बताया कि उसका भाई कुश्ती खेलने जाता था जिसे देखकर उसके मन में आया कि वह भी रेसलिंग करेगी जिसके बाद उसने अपने भाई से रेसलिंग सीखनी शुरू कर दी लेकिन परिवार के आर्थिक हालत ठीक ना होने के कारण उसका खेल सफर जैसे रुक सा गया ,लेकिन उसके कोच आकाश वर्मा के कहने पर उसके पिता वह परिवारिक सदस्यों ने सहयोग किया। अब कोच आकाश वर्मा उसे पिछले डेढ़ साल से दिन-रात मेहनत करके एक अच्छे प्लेयर बनाने में जुटे हैं। दीक्षा ने पंजाब स्तरीय बठिंडा में आयोजित हुई रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल किया और अपनी अच्छी प्रतिभा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए पुणे जा रही है। वहीं दीक्षा ने पंजाब सरकार से अपील की है कि वह उसकी सहायता करें ताकि वह अपने देश का नाम रोशन कर सके।
दीक्षा की टीचर ने बताया कि दीक्षा सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल दीनानगर में 10वीं में पड़ती है। पड़ने में भी काफी तेज है और खेलों में भी सबसे आगे है परंतु परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण दीक्षा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।